बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : समावेशी शिक्षा के झरिया रिसोर्स सेन्टर के सभागार में सोमवार को दृष्टिविहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रखंड के सभी विद्यालयों के बच्चों की आंख का स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए एक एक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। फ़िज़ियोथेरेपिस्ट डॉ. मनोज सिंह ने कहा कि दृष्टि जीवन की अनमोल धरोहर है। दृष्टि दिव्यांगता से बचाव के लिए समय समय आंखों की जांच जरूरी है । रिसोर्स शिक्षक अख़लाक़ अहमद ने कहा कि इस जांच के उपरांत चश्मा दिया जाएगा जिससे आंखों की सुरक्षा बढ़ेगी। रिसोर्स शिक्षिका रौशन कुमारी ने कहा कि जांच के दौरान 6 मीटर के दूरी पर रखे स्नेलन चार्ट को पढ़ने में असमर्थ बच्चों को चयनित किया जाएगा। बीपीओ श्यामकांत झा ने कहा कि 12 दिसंबर तक सभी विद्यालय में जांच कर रिपोर्ट बीआरसी झरिया में जमा करना जरूरी है। ताकि आगे नेत्र विशेषज्ञ द्वारा जांच कराया जा सके। कार्यक्रम में बीपीओ श्यामकांत झा, सुनील सिंह, डॉ. मनोज सिंह, अखलाक अहमद, रौशन कुमारी, शुभंकर सुमन, अजय पल, मिहिर दत्ता, एन. के. मंडल, लक्ष्मी नारायण, हसन निजामी, राहत हुसैन, सोनू स्वर्णकार, अनिल सिंह, सकीला बनो आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।