पटना | स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विश्व तंबाकु निषेध दिवस पर राज्यवासियों से अपील की है कि कोरोना से मुक्ति चाहिए तो तंबाकु से तौबा करना होगा। तंबाकु सेवन करने वालों में थूकने की प्रवृति होती है, जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना अधिक बनी रहती है। वैज्ञानिकों के अनुसार तंबाकू सेवन से कोरोना का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए इस दिवस पर युवाओं एवं बच्चों को तंबाकू सेवन के कुप्रभाव के प्रति सचेत एवं जागरूक कर तंबाकू मुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लें, ताकि राज्य को तंबाकु मुक्त करने की दिशा में सरकार का प्रयास सफल हो सके।
श्री पांडेय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस बार विश्व तंबाकु निषेध दिवस का थीम कमिट टू क्विट (तंबाकु सेवन का त्याग) है। पिछले 8 वर्षों में सरकार के अथक प्रयास से बिहार तंबाकु सेवन करने वालों का प्रतिशत 53.5 फीसदी से घटकर 25.9 फीसदी हो गया है। इसमें से 23.5 फीसदी लोग चबाने वाले तंबाकू जैसे जर्दा, खैनी, गुटका या पानमसाला का सेवन करते है। देश में प्रतिवर्ष 13 से 15 लाख लोगों की मृत्यु का कारण तंबाकू का सेवन करना है। 90 प्रतिशत मुंह के कैंसर का कारण चबाने वाला तंबाकू है।
श्री पांडेय ने कहा कि तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभाव से बचाव हेतु बिहार के सभी जिला अस्पतालों में सरकार द्वारा तंबाकू विमुक्ति केंद्र (टीसीसी) की स्थापना की गई है जहाँ तंबाकू छोड़ने हेतु सलाह एवं दवाई मुफ्त दी जाती है। तंबाकू विमुक्ति से जुड़ी विस्तृत जानकारी हेतु लोग टॉल फ्री नंबर 1800 112 356 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावे तंबाकु के खिलाफ लोगों को सचेत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता फैलाने का काम लगातार जारी है।