प्रियंका वाड्रा के सिपेसालार संदीप सिंह पर दखलंदाजी के लग रहे आरोप
कांग्रेस के नाराज नेताओं का आरोप जो राहुल को अपनी विधानसभा से न जिता सके उन्हें मिली पीसीसी में जगह
tarkeshwar mishra
अमेठी : अमेठी को हमेशा दिल्ली के रिमोट से कांग्रेस ने चलाया यहां के लोगों को राहुल सोनिया और प्रियंका से मिलने के लिए भी दिनों दिन लाइन लगानी पड़ती थी और मिलने के बाद भी उन्हें कुछ हासिल नहीं होता था जिसका नतीजा है अमेठी में आक्रोश बढ़ता गया और राहुल गांधी को अमेठी ने विदा कर दिया यही नहीं दावे चाहे जो हो पर अब तो अमेठी की जनता के बीच चर्चा से भी बाहर होती जा रही है कांग्रेस।
राहुल गांधी से यहां के लोग खुश नहीं थे क्योंकि अमेठी के लोग उनके नौकरशाहों के जुर्म से परेशान थे कांग्रेस में चमचागिरी की जडे इतनी फैल चुकी थी कि पार्टी के निष्ठावान कर्मठ और जुझारू कार्यकर्ताओं नेताओं के लिए कोई जगह नहीं रह गई।
राहुल गांधी की हार के बाद अमेठी में कांग्रेस 2024 के लिए दम भर रही है उसे लग रहा है कि बड़ी आसानी से अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उखाड़ कर फेंक देगे जो शायद इतना आसान नहीं है जितना दिल्ली में बैठे नौकरशाह सोच रहे हैं
कांग्रेस को देखा जाय तो वह लगातार भटकती चली जा रही है उसका सबसे बड़ा कारण है दिल्ली में बैठे हुए नौकरशाह अमेठी की कांग्रस को अपने रिमोट से चला रहे हैं जिसका खामियाजा तो कांग्रेस को भुगतना ही पड़ेगा उसे बगावत के रूप में एक बड़े नुकसान को भी झेलना पड़ सकता है सूत्रों की माने तो इस समय कांग्रेस गुटबाजी, आक्रोश की आग में झुलस रही है पीसीसी सूची को लेकर कांग्रेस नेताओं में बड़ी नाराजगी है क्योंकि पीसीसी सूची में तमाम ऐसे नेताओं को जगह मिली है जिनका क्षेत्र में कोई वजूद नहीं है यही नहीं गैर जनपद के लोगों को लाकर अमेठी पीसीसी का मेंबर बना दिया गया। जो अपनी विधान सभा से राहुल गांधी को जिता नहीं पाते उन्हें भी जगह दी गरी, ब्राहम्णो की उपेक्षा हुई जिसको लेकर कांग्रेस में भारी आक्रोश है कांग्रेस अमेठी में किसी भी समय बगावत की आग में धड़ाम हो सकती है
कांग्रेस के तमाम नेताओं ने बताया कि दिल्ली में बैठकर कांग्रेस को चला रहे नौकर शाहों का तो अमेठी में वोट भी नहीं है
अमेठी के कांग्रेसी गलियारों में आजकल एक नाम बहुत गूंज रहा है वह नाम है प्रियंका गांधी का काम देखने वाले संदीप सिंह का कांग्रेसी हल्के में बैठने के बाद यह सुनने को मिलता है कि आजकल अमेठी की कांग्रेस को संदीप सिंह चलाते हैं बताया जाता है कि संदीप सिंह गैर जनपद प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं और इनके द्वारा ही जेएनयू में कभी डॉ मनमोहन सिंह को काला झंडा भी दिखाया गया था आजकल प्रियंका गांधी के सिपेसालार हैं और वही अमेठी की कांग्रेस को अपने रिमोट से चला रहे हैं कांग्रेसी हल्के में यह भी चर्चा है की पीसीसी सूची मे जो भी उलटफेर हुआ है उसमें भी संदीप सिंह की दखल रही है संदीप सिंह अमेठी में ब्राह्मणों को सबसे कमजोर समझते हैं यही कारण है कि पूरी पीसीसी में अमेठी के एक ब्राह्मण चेहरे को जगह मिली है जो आक्रोश का एक बड़ा कारण है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह हिटलर का आरोप है कि वह अपने छात्र जीवन से कांग्रेस की राजनीति से जुड़े हैं राजीव गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ काम किया लेकिन वह लगातार उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं उनका आरोप है कि पीसीसी सूची में गांधी परिवार से जुड़े समर्पित नेताओं की अपेक्षा की गई है हिटलर ने बताया कि पीसीसी में ऐसे लोगों को भेजा गया जो जिम्मेदारी वाले पद पर रहने के बावजूद अपनी विधानसभा सीट से राहुल गांधी को चुनाव भी नहीं जीता पाए।
कांग्रेस के वरिष्ठ ब्राह्मण नेता विनय कुमार मिश्रा ने कहा कि वह जानना चाहते हैं पीसीसी में किस पैमाने के तहत लोगों का चयन किया गया है जो लोग अपनी विधानसभा सीट से भी राहुल गांधी को नहीं जीता पाए उन लोगों को किस आधार पर पीसीसी में जगह दी गई साथ ही किस आधार पर दिल्ली में बैठे लोगों ने अमेठी के ब्राह्मणों को इतना कमजोर समझा है और अमेठी के ब्राह्मणों का अपमान किया है और किस नीति के तहत अमेठी में बाहरी लोगों को पीसीसी का सदस्य बनाया गया है इसका जवाब जिम्मेदार लोगों को देना ही पड़ेगा।