उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर पुलिस ने विदेशी नागरिक द्वारा भारत मे नए तरीके से चला रहे साइबर फ्रॉड का किया खुलासा.
फ़र्ज़ी वेबसाइट को बनाया गया हांगकांग से,कंबोडिया से जुड़े साइबर अपराधियो के कनेक्शन
उत्तराखंड ब्यूरो
देहरादून : STF एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की पंजाब में धरपकड़ GLC प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी ऑनलाईन ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 15 लाख की धोखाधडी करने वाले गिरोह के मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी. वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा विभिन्न आँनलाईन ट्रेडिग कम्पनियों की फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर आँनलाईन ट्रेडिग में धनराशि लगाने व दुगना लाभ कमाने का लालच देकर करोडों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता अमित कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद निवासी सुभाषनगर ज्वालापुर जनपद हरिद्वार हाल निवासी जनपद देहरादून के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा आंनलाईन ट्रैडिग कम्पनी GLC प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी की फर्जी साइट https://www.cjcmarkets.site/invite/esxt बनाकर शिकायतकर्ता से फोन के माध्यम से सम्पर्क कर ऑनलाईन ट्रेडिंग में धनराशि इन्वेस्ट करने व दुगना लाभ कमाने का लालच देकर शिकायतकर्ता से 15,00,000/- रुपये की धनराशि धोखाधड़ी से विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 30/21 धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के सुपुर्द की गयी।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तो द्वारा अपने विदेशी सहअभियुक्तो कंबोडिया व हागंकाग निवासी के साथ मिलकर फर्जी वैबसाईट बनाकर वादी मुकदमा को सोना , मसाले व शराब की खरीद फरोख्त का झांसा देकर ICICI व AU Small Finance Bank of India में गैलेक्सी वाइट कम्पनी के नाम से खाते खुलवाकर वादी मुकदमा से धोखाधडी की गयी । पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि जो यूनियन बैक आँफ इण्डिया के खाते में प्राप्त की गयी थी के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 01 अभियुक्त को भारत पाकिस्तान बार्डर के समीप फरीदकोट पंजाब से गिरफ्तार किया गया ।
अभियुक्त से पूछताछ पर महत्वपूर्ण जानकारिया प्राप्त हुयी कि अभियुक्त द्वारा अपने सहअभियुक्त के साथ मिलकर ICICI व AU Small Finance Bank of India में गैलेक्सी वाइट कम्पनी के नाम से खाता खुलवाकर फर्जी वैबसाईट बनाकर वादी मुकदमा को सोना , मसाला व शराब की खरीद फरोख्त का लालच देकर अपने कम्बडिया व हागंकाग निवासी सहअभियुक्त के साथ मिलकर धोखाधडी की गयी तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि मे से कुछ धनराशि एटीएम मशीनो के माध्यम से निकालते थे व कुछ धनराशि Binance Wallet के माध्यम से USDT Currency में जमा कराते थे ।
अपराध का तरीका
अभियुक्त द्वारा अपने सहअभियुक्त के साथ मिलकर ICICI व AU Small Finance Bank of India में गैलेक्सी वाइट कम्पनी के नाम से खाता खुलवाकर फर्जी वैबसाईट बनाकर वादी मुकदमा को सोना , मसाला व शराब की खरीद फरोख्त का लालच देकर अपने कंबोडिया व हागंकाग निवासी सहअभियुक्त के साथ मिलकर धोखाधडी की गयी तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि मे से कुछ धनराशि एटीएम मशीनो के माध्यम से निकालते थे व कुछ धनराशि Binance Wallet के माध्यम से USDT Currency में जमा कराते थे ।
गिरफ्तार अभियुक्त
रोहित कुमार पुत्र गुरदयाल निवासी सी-92 लेन नं0 2 आदर्श नगर फरीदकोट पंजाब
बरामदगी
मोबाइल फोन- 02 (घटना में प्रयुक्त)
एटीएम/डेबिट कार्ड – 05
पुलिस टीम
पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा
निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला
उपनिरीक्षक राजेश ध्यानी
का0 हरेन्द्र भण्डारी
कानि मुकेश कुमार
एसटीएफ सर्वेलेंस टीम
प्रभारी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये।किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलींभांतिइसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।