जो बाइडेन बहुमत के बेहद करीब, जॉर्जिया और पेन्सिलवेनिया में आगे
वाशिंगटन । अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन शुक्रवार को महत्वपूर्ण राज्यों जॉर्जिया और पेन्सिलवेनिया में अपने प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से आगे हो गए हैं और वह चुनाव में करीबी मुकाबले में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बेहद करीब दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, जॉर्जिया में दोबारा वोटों की गिनती होगी। जॉर्जिया में मतगणना के एक और दौर के बाद बाइडेन ने ट्रंप पर बढ़त बना ली। यह लंबे समय से रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रहा है। बाइडेन को अब 1096 वोट की बढ़त है। इस बीच जॉर्जिया के सचिव ब्रैड रैफेंसपर्गर ने कहा कि हम मतगणना के आखिरी दौर में पहुंच रहे हैं। हम अपने अगले कदमों पर विचार कर रहे हैं।
पेन्सिलवेनिया में बाइडेन को ट्रंप पर 5,587 मतों की बढ़त है। बुधवार रात तक इस राज्य में ट्रंप 7,00,00 से अधिक वोटों से आगे चल रहे थे। व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी को भी 538 ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट में से 270 वोट हासिल करना जरूरी है। नवीनतम अनुमानों के अनुसार बाइडेन को 264 ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले हैं जबकि ट्रंप को 214 मिले है। वहीं ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह चुनावी कदाचार के खिलाफ अदालत जाएंगे। ट्रंप का प्रचार दल पहले ही पेन्सिलवेनिया, मिशिगन, जॉर्जिया और नेवेडा में मुकदमे दर्ज करा चुका है। उन्होंने विस्कॉन्सिन में भी मतों की दोबारा गिनती किए जाने की मांग की है। बाइडेन के प्रचार दल ने आरोपों से इनकार किया है।
बाइडेन ने डेलावेयर में पत्रकारों से कहा, ”जिस तरह की चीजें हैं, उनसे हम बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। हमें कोई संदेह नहीं है कि गिनती पूरी होने पर मैं और सीनेटर कमला हैरिस (उप राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार) जीत हासिल करेंगे।” कमला हैरिस भी इस दौरान बाइडेन के साथ मौजूद थीं।
पूर्व उप राष्ट्रपति बाइडेन ने लोगों से मतगणना पूरी होने तक धैर्य बनाए रखने की भी अपील की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया है कि अगर केवल ‘वैध मतों की ही गिनती होती तो वह कांटे की टक्कर वाले राष्ट्रपति चुनाव में आसानी से जीत गए होते। व्हाइट हाउस में गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने संकेत दिया कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का फैसला अंतत: उच्चतम न्यायालय में होगा क्योंकि उन्होंने चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ बड़े पैमाने पर वाद दाखिल करने की योजना बनाई है।