बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: जिले के विभिन्न कॉल वाशरी के पास स्थित जल स्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांची जाएगी। साथ ही जल स्रोतों के पास स्थित उद्योग, कारखाने, कोल वाशरी आदि की सूची तैयार की जाएगी। उपरोक्त निर्णय आज जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त संदीप सिंह की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में अविरल गंगा-स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा के सिद्धांत को लागू करने के लिए जन जन की भागीदारी सुनिश्चित करना, नदियों में कचरा एवं पॉलीथिन फेंकने पर रोक लगाना, जल स्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए गंगा प्रहरी की तैनाती करना, सीवरेज, औद्योगिक एवं बायो मेडिकल वेस्ट, नदी किनारे वृक्षारोपण करना, प्राकृतिक एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देना के अलावा अन्य विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में उपायुक्त संदीप सिंह, उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार, निदेशक एनईपी श्रीमती इंदु रानी, सहायक वन संरक्षक एके मंजुल, सिंफर के वरीय वैज्ञानिक डॉ. रजनीकांत तिवारी, डॉ. कुमार निखिल प्रधान, झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पदाधिकारी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।