अतिपिछड़े समाज के उत्थान और विकास के लिए पिछले 17 वर्षों में हुआ काम दूसरों के लिए आईना है: उमेश सिंह कुशवाहा
विजय शंकर
पटना। देश के राजनैतिक एवं सामाजिक विमर्श में अति पिछड़ा के नाम पर कोई भी छद्म राजनीति करे या करने का अभिनय करे लेकिन माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने अति पिछड़ा समुदाय को चिन्हित कर उनके लिए जो कार्य किया है, चाहे वह पंचायती राज में आरक्षण देना हो। उस वर्ग के छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक उन्नयन का कार्य हो या फिर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके सामाजिक स्तर को ऊंचा करने का जो काम किया है। उनके स्वाभिमान को ताकत और शक्ति प्रदान करने का कार्य किया है, वह देश के किसी भी राजनीतिक दल के लिए एक आईना है।
उक्त बातें जदयू संगठन को सशक्त एवं धारदार बनाने के लिए जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों एवम जिलाध्यक्षों की रविवार को प्रदेश मुख्यालय स्थित जननायक कर्पूरी सभागार में हुयी जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की हुयी प्रथम बैठक में वक्ताओं ने कही। जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह माननीय विधायक श्री विजय सिंह निषाद जी की अध्यक्षता में संपन्न हुयी बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद माननीय श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ‘‘ललन’’, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री माननीय श्री उपेंद्र कुशवाहा जी उपस्थिति रहे। इनके साथ प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री उमेश सिंह कुशवाहा, बिहार सरकार की मंत्री श्रीमती शिला मंडल जी, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष माननीय सांसद श्री चंद्रेश्वर सिंह चंद्रवंशी, राष्ट्रीय सचिव सह विधान पार्षद माननीय श्री रवीन्द्र प्रसाद सिह जी, पार्टी के मुख्यालय प्रभारी उपाध्यक्ष डाॅ0 नवीन आर्या चंद्रवंशी, महासचिव श्री मृत्युंजय कुमार सिंह, श्री सुनील कुमार व श्री लोक प्रकाश सिंह, श्री अषोक कुमार ‘‘बादल’’ मुख्यालय सचिव श्री मनीष कुमार व श्री वासुदेव कुशवाहा, प्रदेश प्रवक्ता श्री अरविंद निषाद जी, संस्कृत बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती भारती मेहता, श्री पप्पू सिंह निषाद आदि भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद माननीय श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ‘‘ललन’’ ने कहा की मुख्यमंत्री जी ने सांसद रहते हुए कहा था की पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त करने की अगर साजिश हुई तो हम सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तुरंत बाद अति पिछड़ा वर्ग को एक सूत्र में पीरोकर पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण देने का कम किया। आज सभी दल अति पिछड़ों की ओर देखते हैं परंतु अति पिछड़ा वर्ग के लोग माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देखते हैं। पूरे प्रदेश में जननायक कर्पूरी छात्रावास बन रहे हैं, ताकि अति पिछड़े समाज के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी हो। उन्होंने कहा की 1994 से संघर्ष कर नीतीश जी ने पार्टी बनाई है और पार्टी बनाने में या संघर्ष में जिनका कोई योगदान नहीं रहा है आज वो नीतीश जी के सामने खड़ा होने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि अतिपिछड़े समाज के लोग हमारे दल के आधार स्तंभ हैं और उन्हीं के कारण हमारी पार्टी चैथी बार सत्ता में है। अति पिछड़ा वर्ग हमारे नेता श्री नीतीश कुमार के समेकित विकास की अवधारणा के महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु रहे हैं।
सीएम हमारे नेता नीतीश कुमार जी ने अपने शासन के प्रारंभ से से ही अति पिछड़ा वर्ग के विकास एवं उत्थान के साथ-साथ उन्हें सम्मान देने का काम किया है। इनके लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया है। अति पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना, महिलाओं को जीविका समूह में शामिल की गई हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं एवं अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप रणनीति बनाकर उन्हें पार्टी के साथ जोड़े रखने की रणनीति बनानी होगी।
पार्टी नेतृत्व ने भी लगातार अतिपिछड़े समाज के उत्थान और विकास के लिए काम किया है। आज आवश्यकता है गांव-गांव जाकर पार्टी की नीतियों और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचने की क्योंकि हमारे पास श्री नीतीश कुमार जी जैसा बेदाग चेहरे की ताकत है। जिन पर आज तक कोई दाग नहीं है और देश में इनके व्यक्तित्व के समान कोई नेता नहीं है।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा की बिहार में अति पिछड़ा समाज के लोग यदि आज नहीं समझे तो आने वाले समय में सबसे ज्यादा नुकसान अति पिछड़ा समाज का ही होगा। जदयू पार्टी का गठन ही कर्पूरी जी की विशेष विचारधारा को लेकर हुआ है। जदयू की मजबूती अति पिछड़े समाज की मजबूती है। उन्होंने कहा की दूसरे दलों की सरकारों ने अति पिछड़े समाज के लिए क्या किया, यह सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए। हमारे सामने 1994 से 2005 तक जो चुनौतियां थीं, आज उससे भी बड़ी चुनौती है।
बिहार सरकार की परिवहन मंत्री श्रीमती शीला मंडल जी ने सरकार द्वारा अति पिछड़ा समाज सहित पूरे बिहार वासियों के लिए चलाई गई योजनाओं को बताते हुए कहा कि प्रदेश की पूरी सरकार आज की तारीख में अति पिछड़ा समाज के साथ खड़ी है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विधायक श्री विजय सिंह निषाद ने कहा कि अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जल्द ही प्रखंड स्तरीय कमेटी का गठन कर गांव-टोलो के भ्रमण का कार्यक्रम बनाने जा रही है। जदयू के राष्ट्रीय सचिव विधानसभा सदस्य श्री रवीन्द्र प्रसाद ंिसह, सांसद श्री चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, संस्कृत बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती भारती मेहता, मुख्यालय उपाध्यक्ष डाॅ0 नवीन आर्या चंद्रवंषी ने भी बैठक को संबोधित किया।