विजय शंकर
पटना । मधुबनी नरसंहार को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार तथा पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर करारा हमला बोला है।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने सवाल उठाया कि इतने बड़े नरसंहार होने के बावजूद सीएम नीतीश कुमार तथा बड़बोले पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी आखिरकार घटनास्थल पर क्यों नहीं गए।उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार तथा पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का घटनास्थल पर नहीं जाना अपने आप में बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने जातीय भेदभाव पैदा करने के नियत से सिर्फ मृतक समाज के जाति से ताल्लुक रखने वाले जदयू के नेताओं को घटनास्थल का दौरा करने के लिए भेजा।उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कद्दावर मंत्री संजय झा मधुबनी में ही मौजूद थे।मगर वे घटनास्थल नहीं गए।उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक है कि खुद को मिथिला गौरव कहने वाले प्रदेश के कद्दावर मंत्री संजय झा आखिर किस के निर्देश पर घटनास्थल नहीं गए।उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के विधायक तथा नेता नरसंहार स्थल पहुंचकर पीड़ितों के आंसू को पोंछने लगे तब जाकर सत्ता पक्ष की तंद्रा भंग हुई।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा है कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी,जिनकी आदत रही है कि छोटी घटनाओं के वक्त भी घटनास्थल पर पहुंच जाने की ,आखिर में मधुबनी के महमदपुर जाने में पीछे क्यों रह गए।राजेश राठौड़ ने कहा कि दरअसल रावण सेना को संरक्षण देने वाली ताकतें भाजपा-जदयू के सरकार में निहित है।इसलिए सत्तारूढ़ दलों के शीर्ष नेता महमदपुर जाने से बचते रहें।प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि अगर राजद-कांग्रेस के द्वारा राज्य भर में न्याय की मांग के साथ सत्ता पर दबाव नहीं बनाया गया होता।तो सीएम नीतीश कुमार की पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार भी नहीं कर पाती।उन्होंने कहा कि राम राज्य की बात करने वाले सीएम नीतीश कुमार तथा पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी क्या रावण तथा रावण सेना के खौफ से मधुबनी जाने का साहस नहीं जुटा पाएं।उन्होंने कहा कि यह मृतक को के परिवार के प्रति राज्य सरकार की संवेदनहीनता को उजागर करती है।
