राष्ट्रीय पोषण माह के तहत प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह का शुभारंभ
किशनगंज ब्यूरो
किशनगंज । बिहार के किशनगंज समाहरणालय सभागार में गुरुवार को मातृ वंदना सप्ताह एवं राष्ट्रीय पोषण अभियान का जिलाधिकारी डाॅ. आदित्य प्रकाश ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।मौके पर शिविल सर्जन डॉ. श्रीनंद ,जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मंजूर आलम सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहें।
मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना लाभ के लिये आवेदन करनी वाली महिलाओं की उम्र कम से कम 19 वर्ष होनी चाहिये। इससे कम उम्र की गर्भवती महिलाओं को योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता है। योजना का लाभ राशि सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजा जाता है। योजना लाभ के लिये पंजीकरण कराने के लिये राशन कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र, माता-पिता का आधार कार्ड सहित अन्य पहचान पत्र सहित अन्य पहचान पत्र, बैंक एकाउंट संबंधी विवरण उपलब्ध कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने के लिहाज से प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का सफल क्रियानव्यन महत्वपूर्ण है।
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि केंद्र सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली गर्भवती व धात्री महिलाओं को सशर्त 5000 हजार रुपये की सहायता राशि देने का प्रावधान है। इसमें अंतिम मासिक चक्र के 150 दिन के अंदर गर्भावस्था पंजीकरण कराने के बाद पहले किस्त के रूप में 1000 रुपये, गर्भावस्था के 06 माह पूरा होने पर कम से कम एक बार एएनसी जांच कराने के बाद दूसरे किस्त के रूप में 2000 रुपये व नवजात शिशु के जन्म पंजीकरण व टीकाकरण के उपरांत तीसरे व अंतिम किस्त के रूप में 2000 रुपये भुगतान किये जाने का प्रावधान है।
मातृ वंदना सप्ताह से संबंधित जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मंजूर आलम ने बताया कि कोरोना संबंधी गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए जिला, परियोजना कार्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। मातृ वंदना सप्ताह का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। ताकि अधिक से अधिक संख्या में योग्य लाभुकों को इसका लाभ उपलब्ध कराया जा सके। विभिन्न स्तरों पर विशेष शिविर आयोजित कर योजना के तहत लंबित आवेदनों का निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराया जाना है। साथ ही दूसरे व तीसरे किस्त के लंबित मामलों के निष्पादन में तेजी लाना शिविर का मुख्य उद्देश्य है।