विजय शंकर
पटना : जनता दल यूनाइटेड के पूर्व विधान पार्षद व प्रदेश प्रवक्ता प्रो. रणबीर नंदन ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला है। तारापुर व कुशेश्वरस्थान (अ0जा0) विधानसभा सीट पर होने जा रहे विधानसभा उप-चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों की जीत का दावा करते हुए प्रो. नंदन ने कहा कि झूठी बातों व झूठे वादों वाली राजनीति अधिक समय तक नहीं टिकती है। जिस प्रकार की बातें चुनावी मैदान में नेता प्रतिपक्ष कर रहे हैं, वह किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराई जा सकती है। 1990 से 2005 तक के राजद शासनकाल को प्रदेश की जनता भूली नहीं है।
प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष आज चुनावी मैदान में खड़े होकर जनता के बीच अनर्गल बातें कर रहे हैं। बिहार विधानसभा भवन का शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है। देश के माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद राजधानी में हैं। विधानसभा भवन किसी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं होता है। इसके बाद भी वे कार्यक्रम में शामिल न होकर एक अलग ही परंपरा की शुरुआत कर रहे हैं। उन्हें राजनीतिक मर्यादा का तो ज्ञान नहीं है और बिहार में विकास का पर्याय बने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के कार्य पर संदेह जता रहे हैं।
प्रो. नंदन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को एक बार फिर जनता ही जवाब देगी। उन्होंने कहा कि जनता बताए कि पिछली सरकारों में उन्हें पेयजल की सुविधा मिलती थी? लोगों को पीने का पानी के लिए चापाकल या कुओं पर निर्भर होना पड़ता था। शुद्ध पेयजल के अभाव में कई गांवों में बीमारियों का खतरा लोगों को उठाना पड़ रहा था। गांव व शहर के लोगों की इस समस्या का समाधान माननीय मुख्यमंत्री ने किया। हर घर को नल का जल उपलब्ध कराया जा रहा है। यह योजना इतनी बेहतर है कि केंद्र सरकार ने इसे जल जीवन योजना के तहत अंगीकार किया है। देश भर में अब इस योजना का संचालन किया जा रहा है।
प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि लोग नेता प्रतिपक्ष को बताएंगे कि बिजली आज के समय में कितनी मिलती है। आज से 16 साल पहले प्रदेश की पहचान लालटेन की रोशनी से होती थी। आज के समय में प्रदेश के हर गांव-मुहल्ले तक बिजली का कनेक्शन पहुंचा दिया गया है। लालटेन अपना वजूद प्रदेश में खो चुका है। अब तो 24 घंटे बिजली सप्लाई की दिशा में सरकार अग्रसर है। किसान बताएंगे कि पहले किस प्रकार से लोगों को अपनी उपज बेचने के लिए साहूकारों पर भरोसा करना पड़ता था।
प्रो. नंदन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने गांव-गांव तक पैक्सों की पहुंच कराई। हर किसान की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का बंदोबस्त किया। आज प्रदेश का किसान सबसे अधिक फसलों की उपज कर रहा है। उसे पैक्स के माध्यम से बेच रहा है। आप देख लीजिए, पहले की सड़कों का क्या हाल था। सड़क व गड्ढों में फर्क करना मुश्किल था। आज के समय में हर गांव व टोले को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है। अब तो प्रदेश के सभी कोनों से राजधानी पांच घंटे में पहुंचने की योजना पर काम चल रहा है।
प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व शैक्षणिक इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों का हाल लोगों ने देखा है। 2005 के बाद स्कूलों में शिक्षक व स्कूलों का भवन दोनों उपलब्ध कराने में नीतीश सरकार ने सफलता हासिल की है। खेतों तक पानी पहुंचाने का कोई सिस्टम ही नहीं था। आज के समय में ट्यूबबेल और आहर व पईन के जरिए सिंचाई का एक पूरा तंत्र विकसित किया गया। पहले गांवों में शाम होते ही शराब के नशे में हंगामा शुरू हो जाता था। शराबबंदी के बाद से महिला उत्पीड़न की घटनाओं में कमी आई है। यह एक बड़ा सत्य है।
प्रो. नंदन ने कहा कि कुछ लोगों को सत्य स्वीकार करने में काफी कठिनाई होती है। नेता प्रतिपक्ष प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हैं, लेकिन उन्हें देखना चाहिए कि बिहार ने कोरोना से निपटने के लिए किस प्रकार का कार्य किया। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि 15 साल के राजद के शासनकाल में कितने मेडिकल काॅलेज या हाॅस्पिटल खोले गए। आज के समय में वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए गांव के स्तर पर टीकाकरण पूरी गति के साथ हो रहा है। यह हमारी नीतीश सरकार व उनके स्वास्थ्य तंत्र की उपलब्धि है। जिन लोगों ने जनता के लिए कुछ नहीं किया, वह जनता के लिए समर्पित व्यक्ति से केवल सवाल कर सकते हैं। जवाब उन्हें जनता ही दे देगी।