विजय शंकर
पटना । मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हिंसा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है । नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है और कहा कि गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है इसलिए मुंगेर मामले में नीतीश कुमार की जिम्मेदारी बनती है । तेजस्वी यादव ने कहा कि आखिर गोली चलाने और बेहरमी से लाठी चलाने का आदेश किसने दिया । सत्ता में बैठे लोगों को इसकी जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देना चाहिए । उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हर मोर्चे पर फेल साबित हो रहे हैं ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार वोट मांगने जा रहे हैं और उनके अधिकारी लोगों पर गोली चलाने के आदेश दे रहे हैं । इस घटना में एक युवक की जान चली गई. लेकिन सीएम ने संवेदना तक व्यक्त नहीं किया. तेजस्वी ने मांग किया की इस मामले की जांच हाई कोर्ट की निगरानी में कराई जाए । बता दें कि मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सीआईएसएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि मामले में पुलिस से बड़ी चूक हुई है । रिपोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि 26 अक्टूबर को पुलिस ने ही गोली चलाई थी, हालांकि घटना के बाद मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने कहा था कि उपद्रव कर रहे लोगों की फायरिंग से युवक की मौत हुई थी ।
रिपोर्ट के अनुसार, 26 अक्टूबर की रात 11 बजकर 20 मिनट पर CISF के 20 जवानों की टुकड़ी को मूर्ति विसर्जन की सुरक्षा ड्यूटी के लिए जिला स्कूल स्थित कैंप से भेजा गया था । राज्य पुलिस ने इन 20 जवानों को 10-10 के दो टुकड़ी में बांट दिया । इनमें से एक ग्रुप को एसएसबी और बिहार पुलिस के जवानों के साथ दीनदयाल उपाध्याय चौक पर तैनात किया गया था ।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पथराव के दौरान मुंगेर पुलिस ने सबसे पहले हवाई फायरिंग की। फायरिंग के बाद भीड़ और ज्यादा आक्रोशित हो गई और पथराव भी तेज हो गया । हालात को बेकाबू होते देख CISF के हेड कांस्टेबल एम गंगैया ने अपनी इंसास राइफल से 13 राउंड गोलियां हवा में दागीं। फायरिंग के बाद आक्रोशित लोगों की भीड़ तितर-बितर हो गई. इसके बाद CISF, SSB और लोकल पुलिस के जवान अपने कैंप में सुरक्षित वापस लौट गए ।