मुख्यमंत्री समेत राजनेता व चिकित्सकों ने डॉ0 उत्पल कांत के निधन पर जताया शोक
विजय शंकर
पटना । बिहार के जाने-माने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. उत्पल कांत सिंह का 60 वर्ष की आयु में गुरुवार को मेदान्ता अस्पताल में निधन हो गया। पटना में उनकी गिनती शीर्ष शिशु रोग विशेषज्ञों में होती थी । पटना के राजेंद्रनगर रोड नंबर 8 में उनका मकान है और क्लिनिक भी है । उनका शव राजेंद्र नगर में अपराह्न 4 बजे तक लाये जाने की सम्भावना है । न सिर्फ पटना बल्कि पुरे बिहार से बच्चों को लेकर उसके माता पिता आते थे और सुबह होते ही नंबर लगा लेते थे । सामाजिक कार्यों के साथ-साथ चिकित्सा जगत और मिडिया जगत के लोगों के साथ उनका अच्छा सम्बन्ध था । मरीजों के साथ उनका कुशल व्यवहार, बेहतर इलाज ही उनको लोकप्रिय बनाने में सहायक हुआ था । उनके निधन पर राज्य के चिकित्सकों ने गहरा शोक प्रकट किया है । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
दिल्ली से सटे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली है। बताया जा रहा है कि डॉ. उत्पल कांत गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। दिल्ली में ही उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर सुनते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. उत्पल कांत सिंह का जन्म पटना के बिहटा के अमहारा में हुआ था । डॉ. उत्पल कांत ने पटना के पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। बाद में वे पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए । उन्होंने लंदन में एमडी, पीएचडी और एफआरसीपी की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका से एफआईएपी और एफसीसीपी की डिग्री ली। काम का क्षेत्र उन्होंने अपने देश को ही चुना । वे एनएमसीएच में प्रोफेसर बने, बाद में उन्होंने वीआरएस ले लिया और पटना में ही प्रैक्टिस करने लगे । बिहार के कोने-कोने से लोग अपने बच्चों का इलाज कराने उनके पास पहुंचने लगे । डॉ. उत्पल कांत के बेटे सिद्धार्थ कुमार सिंह पटना के बिक्रम से कांग्रेस के विधायक हैं । मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री नीरज ने डॉ0 उत्पल कांत के निधन पर जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध शिशु रोग विषेषज्ञ डॉ0 उत्पल कांत के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और कहा कि डॉ0 उत्पल कांत प्रख्यात शिशु रोग विषेषज्ञ थे। उनके साथ हमारा व्यक्तिगत संबंध था । उनके निधन के समाचार से मुझे काफी दुख पहुचा है। उनका निधन चिकित्सकीय क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है ।
उनके निधन पर पूर्व मंत्री और विधान पार्षद नीरज कुमार ने शोक व्यक्त किया है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि डॉक्टर उत्पल कांत का निधन हमारे लिए आत्मिक कष्टप्रद है। ये न सिर्फ प्रदेश के गौरव थे बल्कि हमारे पारिवारिक सदस्य थे। उनका निधन चिकित्सा क्षेत्र और निजी तौर पर हमारे लिए भी अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि शोकसंतप्त परिवार को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान कर दिव्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें ।
चिकित्सकों ने डॉ0 उत्पल कांत के निधन पर जताया शोक
एनएमसीएच से सेवानिवृत हुए वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डा. अभय कुमार चौधरी ने इनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि डा. उत्पल विलक्षण प्रतिभा के धनी थे और अपने डाक्टरी पढ़ाई के दौरान वे एक ब्रिलिएंट विद्यार्थी थे । कमल का डायग्नोसिस करते थे और चुटकी से ही बच्चे की बीमारी जान लेते थे । हेयर ट्रांसप्लांट और कस्मेटिक सर्जरी के माहिर विशेषज्ञ सर्जन डा. एस. के. झा ने भी डा. उत्पल कान्त के निधन पर गहरा शोक जताया है और कहा है कि उनके निधन से चिकित्सा जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है । बाल रोग विशेषज्ञ वरिष्ठ चिकित्सक डा. ए.के. ठाकुर ने डा. कान्त के निधन पर गहरा शोक जताया है और कहा कि उन्होंने अपना सच्चा दोस्त खो दिया है । बिहार के बाल चिकित्सा में उनकी यादें सदैव अमर रहेगी ।