सुबोध,
किशनगंज 06 अप्रैल । जिला परिवहन विभाग द्वारा
ई-रिक्सा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के जारी हुआ आदेश। बुधवार को जिले में चलने वाले बिना रजिस्ट्रेशन के ई-रिक्सा का धड़-पकड़ के विरूद्ध बौखलाए ई-रिक्सा चालकों ने शहर के रूईधाशा मैदान में हजारों की संख्या में जमा होकर अपने रोजगार पर आयी आफत के खड़े होकर परिवहन विभाग के आदेश विरूद्ध एक जुटता दिखायी अपना रोजगार किया ठप।
मौके पर सदर थाने जब्त ई-रिक्सा के चालक सलीम ने बताया कि हमलोगों को परिवहन विभाग में रजिस्ट्रेशन के लिए ई-रिक्सा का कागजात देना होगा, लेकिन पुराने ई-रिक्सा चालकों को गाड़ी खरीद के समय कोई कागजात ही नही मिला था ।सिर्फ खरीद की एक रसीद मिली थी। वह भी वर्तमान में नही है और तत्काल हमलोग नगर परिषद को सलाना पांच सौ रूपये शुल्क देकर शहर मेंं ई-रिक्सा चलाया करते है ।मगर अब परिवहन विभाग को ई-रिक्सा का कागजात और रजिस्ट्रेशन शुल्क सलाना छह हजार रूपये देने से असमर्थ है।
उन्होंने कहा कि हमलोग सभी पहले रिक्सा चलाकर गुजारा करते थे ।लेकिन ई-रिक्सा निकलने पर ज्यादा शुकुन मिला कि अपने खुन की जगह ई-रिक्सा बैट्री से चलता है और प्रदूषण रहित भी है। बिना कागजात के करीब 90 फीसदी ई-रिक्सा चालक शहर में है और नए ई-रिक्सा चालक जिनके पास कागजात इन दिनों मिला है ऐसे चालक करीब दस फीसदी है। इसलिए हमलोगों की मांग है कि परिवहन विभाग से हमलोगों को छुट मिलना चाहिए और रजिस्ट्रेशन नही कराना पड़े क्योकि हम लोग सक्षम भी नही है ।दिन भर कमाकर ले जाते है तो दो वक्त परिवार गुजारा होता है। ऐसे में कहा से लाए छह हजार रूपये जो रजिस्ट्रेशन करा सकेगें और मांग है कि सदर थाना में पकड़े गए साथी का ई-रिक्सा को छोड़ा जाए।
मामले में जिला परिवहन विभाग ई-रिक्सा चालकों पर क्या निर्णय लेगें यह विभाग की बात है इस समस्या के समाधान में जिला प्रशासन क्या समाधान पर विचार करेगें तभी गरीब चालकों को राहत मिलेगा।

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