मनीष कुमार
मुंगेर: मुंगेर लोकसभा में दो दिग्गज चुनावी मैदान में है वही अपनी किस्मत आजमाने पूर्ण विश्वास के साथ 68 साल के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार सिंह अशोक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आजमा रहे किस्मत ।
जिले में चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई ,जैसे -जैसे चुनाव के नामांकन का समय नजदीक आ रहा है वैसे- वैसे प्रत्याशी इस चुनाव में अपना भाग्य आजमाने की कोशिश लोग कर रहे और नए चेहरे सामने आ रहे है। मुंगेर शहर के बेटवन बाजार के रहने वाले सेवानिर्मित झारखंड सेवा कैडर न्यायधीश अशोक कुमार सिंह अशोक ने आज सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया की वे इस बार लोकसभा चुनाव में अपना निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नमांकन दाखिल करेंगे। न्यायधीश चंद्रवंशी क्षत्रिय समाज से आते है । अशोक कुमार सिंह 26 साल बिहार एवं झारखंड में न्यायिक सेवा कैडर पद पर रहे और 2015 में वे सेवानिर्मित हुए। उन्होंने कहा कि मुंगेर के बारे में लोगो को सोचना है कि एक तरफ हथियारबंद लोग है वहीं दूसरी तरफ न्यायप्रिय न्यायविद है। अब फैसला जनता को करना है । इसका कारण यह है कि लोग बेरोजगार है जिसके कारण लोग इस धंधे से जुड़े है।
उन्होंने कहा कि मुंगेर में एक गन फैक्ट्री है जंहा 7 हजार लोग काम करते थे लेकिन आज दो सौ भी नहीं है ,वही एशिया प्रसिद्ध जमालपुर रेल कारखाना, आईटीसी फैक्ट्री और मोकमा बैगन शॉप जिसका विकास होना चाहिए वे सही रूप से नहीं हो पाया। क्योकि सारे कारखाने केंद्र सरकार के अधीन होने के बाबजूद अब तक विकास नहीं हो पाया। उन्होंने कहा मेरा मकसद है क्षेत्र का विकास करना।
उन्होंने कहा कि में जनता के पास जाऊँगा और अपने लिए बोट मांगूगा । आगे उन्होंने कहा कि में अविवाहिता प्रत्याशी हूँ। मुझे कोई लोभ नही है मेरा अगला पिछले कोई नही है, मै अपने झेत्र के लोगो की बदहाली देखकर मेरे आंखों में आंसू आ जाती है। पढ़े लिखे नौजवान को देखकर भटकते देखकर नशे से दोस्ती कर अपने जीवन की आयु कम कर रहा है ऐसे में मुंगेर लोकसभा में कोई भी विकाश कार्य नही हुआ है कोई रोजगार नही लगा है ना ही कोई पर्यटक स्थल बना है जिससे मुंगेर जिला धीरे धीरे पीछे की ओर जा रहा है। आजतक जो भी नेता आए वह अपनी भूख मिटाए और अपना जेब भरे इससे मुंगेर का क्या विकाश होगा। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि इस बार मुंगेर लोकसभा से अपना नामांकन कर झेत्र के लोगो के बीच जाऊंगा और वोट मांगूंगा । लोग मेरी बात समझे और मुझे वोट करे।