केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री,ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री को ईमेल भेज की सुधार की मांग

शाहाबाद ब्यूरो 
आरा : भोजपुर जिले के एकमात्र आईएसओ से मान्यताप्राप्त आरा सदर अस्पताल में मरीजो की सुविधाओं में भारी कमी से मरीज एवं उनके परिजन आए दिन फजीहत का सामना करते हैं।
मरीजो और उनके परिजनों को आरा सदर अस्पताल में सिर्फ बुनियादी सुविधाओं से ही नही जूझना पड़ रहा है बल्कि उनके सामने असुरक्षा का खतरा भी सामने से मंडराता रहता है।
आरा सदर अस्पताल में आने वाले मरीजो एवं उनके सहयोगियों की बाइक देखते ही देखते चोरी हो जा रही है।अब तक अस्पताल परिसर से बाइक चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं और अस्पताल परिसर में लगा हुआ सीसीटीवी कैमरा शोभा की वस्तु बना हुआ है।
यहां नियुक्त निजी सुरक्षा कर्मियों से लोगो की सुरक्षा नही हो रही है और आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से सुरक्षा घेरे में संचालित आरा सदर अस्पताल पूरी तरह असुरक्षित स्थिति में पहुंच गया है।
भाजपा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता अमरदीप जय ने आरा के सांसद एवं देश के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह,राज्य के दोनों मुख्यमंत्री क्रमशः तारकिशोर प्रसाद एवं श्रीमती रेणु देवी,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री,बिहार के स्वास्थ्य मंत्री,जिला प्रशासन भोजपुर, स्वास्थ्य विभाग के वरीय एवं स्थानीय पदाधिकारियों सहित दर्जनों जिम्मेदार लोगों को ईमेल भेज कर आरा सदर अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने और आईएसओ की उम्मीदों पर खरा उतरने लायक अस्पताल बनाने की मांग की है।
उन्होंने ईमेल भेज कर मांग की है कि सरकारी अस्पतालो में कार्यरत आउटसोर्सिंग एजेंसियों का कार्य भूगतान प्रक्रिया को सरल बनाया जाय और समय पर भूगतान हो ताकी कार्यरत कर्मियो का मानदेय का भी भूगतान हो सके और वे अपना काम मन से कर सकें।
स्वास्थ विभाग में नोडल अधिकारी के तौर पर एकल पद यानी एक व्यक्ति एक पद की जवाबदेही तय करने की भी मांग की है।
चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं की रोकथाम के लिए आरा सदर अस्पताल के पुरे अस्पताल परिसर में सीसीटीवी लगाने की भी उन्होंने मांग की है।
उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के सातों दिन 24 घण्टे एक्टिव रहने को लेकर संचालकों की जिम्मेदारी तय करने की भी मांग की है।
अमरदीप जय ने सदर अस्पताल परिसर में मूल-भूत सुविधाओं जैसे शौचलय, स्नानघर,पानी,शितल पेय, गर्म पानी, कैंट आरओ , बिजली के साथ चार्जर प्वाइंट और सभी वार्डो में टीवी लगाने की भी ईमेल भेज कर मांग की है।
आरा सदर अस्पताल में मरीजों एवं रोगियो की मिलने वाली भोजन की मात्रा की गुणवत्ता की जांच किये जाने की भी मांग रखी है।
यहीं नही सामाजिक कार्यकर्ता अमरदीप ने पुरे अस्पताल परिसर में सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कर्मियो के लिये ड्रेशकोड, आईकार्ड की व्यवस्था करने की भी मांग की है।
उन्होंने अस्पताल परिसर में बाहरी लोगो के कार्य पर रोक लगाने और बिचौलिये एवं दलालों को चिंहित कर कार्रवाई करने की मांग भी की है।
सरकारी अस्पतालो के ईमरजेंसी विभाग के ईलाजरत रुम में प्रेस मीडीया के कैमरे-मोबाईल पर रोक लगाने और डाक्टर के बयानों पर भी रोक लगाकार समय-समय पर ईमरजेंसी विभाग में आये ईलाजरत लोगो का हेल्थ बुलेटीन जारी करने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि भोजपुर जिला स्वास्थ्य समिती और रोगी कल्याण समिती को तत्काल भंग कर इनके द्वारा पूर्व में लिये गए निर्णयो की जांच करवायी जाय।
उन्होंने यह भी कहा है कि जिलापदाधिकारी की अध्यक्षता में या किसी स्वंतत्र एजेंसी से व जिला स्वास्थ्य समिती एवं रोगी कल्याण समिती में समाजसेवी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओ को रखा जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी मांग उठाई है कि सरकारी अस्पतालो में जरूरत के अनुसार कार्यरत एजेंसियो के चयन हेतू आवेदन अलग-अलग तरीके से मांगा जाये।विगत कई वर्षों से एक ही एजेंसी से नाम बदल बदल कर टेंडर देने की जांच कराने की भी मांग उन्होंने की है।
अस्पतला में कार्यरत सुरक्षा एजेंसी के गनमैन की नियुक्ति करते समय भी कार्य करने वाले कर्मी के नाम से गन का लाईंसेस होने और समय-समय पर थाना में जाकर सत्यापन कराकर गोलियो का हिसाब देने को लेकर गाइडलाइन जारी करने की भी उन्होंने मांग की है।
अमरदीप ने ठेका लेने वाली एजेंसी से कार्य कराने और ठेका लेकर पेटी कांट्रेक्ट पर कार्य कराने की शुरू हुई परंपरा को बन्द कराने और इस तरह के कार्यों की जांच कराकर कार्रवाई करने की भी मांग सभी जनप्रतिनिधियों,विधायको,स्थानीय सांसद और देश के ऊर्जा मंत्र,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री,आरा के विधायक एवं राज्य के कृषि मंत्री,बिहार के स्वास्थ्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री और संबंधित पदाधिकारियों से की है।

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