विजय शंकर
पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद अब 17वीं बिहार विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरु हो गया । यह सत्र 27 नवंबर तक चलेगा. कोरोना के खतरे को देखते हुए सत्र का आयोजन सेंट्रल हॉल में किया जाएगा । इस बार 105 सदस्य पहली बार विधानसभा की सदस्यता की शपथ लेंगे । वहीं पांच दिनों के इस सत्र के दौरान तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष के पूरे तौर पर हमलावर रहने के आसार हैं और शिक्षा मंत्री का शपथग्रहण व इस्तीफा विपक्ष का पहला हथियार होगा । प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी सदस्यों को शपथ दिलाएंगे । सत्र को लेकर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है ।
\विपक्षी दलों ने लॉ एंड ऑर्डर से लेकर स्वास्थ्य और रोजगार समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर सदन के बाहर से लेकर अंदर तक सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है. । 17वीं विधानसभा के पांच दिवसीय सत्र का पहला दो दिन सदस्यों के लिहाज से खासा महत्वपूर्ण होगा, जबकि शेष तीन दिन विधायी कार्यों को लेकर बेहद अहम हैं ।
बता दें कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 43.2 प्रतिशत यानी 105 ऐसे सदस्य आए हैं जो पहली बार विधानसभा की सदस्यता की शपथ लेंगे । पिछली विधानसभा के सदस्य रहे 98 यानी 40.3 फीसदी सदस्य इस विधानसभा में दोबारा जीतकर आए हैं । जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे 40 (16.46 प्रतिशत) सदस्य भी सदस्यता लेंगे । सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सदन के मुख्य द्वार से लेकर पूरे परिसर में 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है । साथ ही विधानसभा के पूरे परिसर पर CCTV कैमरों से नजर रखी जाएगी ।