जगमग होगी श्रीराम नगरी, पूजन में शामिल होंगे राज्यपाल आनंदी बेन व मुख्यमंत्री योगी
अयोध्या । अयोध्या में 492 साल बाद आज राम जन्मभूमि पर भव्य दीपोत्सव का सपना साकार होने जा रहा है। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम को लेकर खासी तैयारियां की गई हैं। सीएम योगी के नेतृत्व में राम की नगरी अयोध्या में छोटी दीपावली के मौके पर दीपोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान राम की पैड़ी के घाटों पर एक साथ पांच लाख 50 हजार से अधिक दीपक जलाकर नया गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनेगा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर के सामने दीपक जलाकर विशेष पूजन करेंगे।
दीपोत्सव को लेकर अयोध्या में कई दिनों से चल रही तैयारी पूरी हो गई हैं। राम की पैड़ी के साथ धर्मनगरी की सड़कें और गलियां जगमग हैं। सरयू का तट भी प्रकाश से आलोकित हो रहा है। दीपोत्सव-2020 का अनावरण करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ से चलकर फैजाबाद हेलीपैड पर अपराह्न तीन बजकर पांच मिनट पर उतरेंगे। पुन: सड़क मार्ग से वह रामजन्मभूमि तीन बजकर दस मिनट पर पहुंचेंगे और पूजा-अर्चना के बाद रामकथा पार्क रवाना होंगे। अपराह्न 3.30 बजे वह प्रभु राम के स्वरुपों की अगवानी करेंगे और उन्हें रामकथा पार्क के मंच पर लेकर आएंगे।
श्रीराम राज्याभिषेक समारोह अपराह्न 3.50 बजे से शुरु होकर सायं 5.30 बजे तक चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री व राज्यपाल भगवान का राजतिलक करेंगी। दीपोत्सव पर डाक विभाग की ओर से जारी विशेष कवर का अनावरण करेंगे। समारोह को सम्बोधित भी करेंगे। फिर रामकथा पार्क से स्वर्गद्धार घाट के लिए प्रस्थान करेंगे और मां सरयू की आरती में हिस्सा लेंगे। सायं छह बजे यहां का कार्यक्रम खत्म कर मुख्यमंत्री व राज्यपाल दीपोत्सव के लिए रामपैड़ी पधारेंगे और छह बजकर पांच मिनट पर दीपोत्सव का शुभारम्भ करने मंच पर पहुंचेंगे। यहां से राज्यपाल श्रीमती पटेल वापस लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगी। जबकि 7.20 बजे मुख्यमंत्री रामपैड़ी से निकलकर फिर रामकथा पार्क में रामलीला के मंचन का अवलोकन करने आएंगे। पुन: रात्रि आठ बजे वह सर्किट हाउस के लिए रवाना होंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।
मुख्यमंत्री रविवार की सुबह हनुमानगढ़ी में विराजमान हनुमंतलला का दर्शन करेंगे। कार्तिक कृष्ण चतुर्देशी के पर्व पर शनिवार की मध्यरात्रि में हनुमान जी की जयंती मनाई जाएगी। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले जयंती पर्व पर मुख्यमंत्री यहां दर्शन के लिए आते रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाएंगे और पुन: वह कारसेवकपुरम में संत-महंतों व जनप्रतिनिधियों से शिष्टाचार भेंट कर पर्व की बधाई देंगे। इसके बाद वह गोरखपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।