बंगाल ब्यूरो
कोलकाता,)। पश्चिम बंगाल में सोमवार को मंत्रियों के शपथ लेते ही विभागों का बंटवारा हो गया है। इस बार भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने पास राज्य का गृह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भूमि और भूमि सुधार विभाग, शरणार्थी कल्याण और पुनर्वास विभाग, सूचना और संस्कृति विभाग तथा उत्तर बंगाल विकास विभाग रखा है। इसके अलावा सुब्रत मुखर्जी को पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के साथ-साथ जन स्वास्थ्यिकी विभाग भी दिया गया है। पार्थ चटर्जी से इस बार शिक्षा मंत्रालय ले लिया गया है और इसकी जगह उन्हें उद्योग, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और संसदीय कार्य विभाग सौंपा गया है। अमित मित्रा को पूर्ववत वित्त व उद्योग विभाग का मंत्री बरकरार रखा गया है। साधन पांडे को एक बार फिर उपभोक्ता तथा स्वयं सहायता समूह मंत्रालय दिया गया है। ज्योतिप्रिय मल्लिक से खाद्य विभाग वापस ले लिया गया है और उन्हें वन तथा ऊर्जा मंत्रालय सौंपा गया है। बंकिम चंद्र हाजरा को सुंदरबन विकास विभाग दिया गया है जबकि मानस रंजन भुइयां को जल स्रोत विकास विभाग दिया गया है। सोमेन महापात्रा को सिंचाई और जलमार्ग विभाग का मंत्रालय सौंपा गया है। जबकि मलय घटक को एक बार फिर राज्य का कानून और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट दिया गया है। अरूप विश्वास को ऊर्जा तथा युवा कल्याण और खेल मंत्रालय सौंपा गया है। उज्जवल विश्वास को एक बार फिर कारागार विभाग का मंत्री बनाया गया है जबकि अरूप रॉय को कॉपरेटिव डिपार्टमेंट, रथिन घोष को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, फिरहाद हकीम को ट्रांसपोर्ट और हाउसिंग विभाग दिया गया है जबकि चंद्र नाथ सिन्हा को माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज तथा टेक्सटाइल विभाग सौंपा गया है। शोभन देव चट्टोपाध्याय को कृषि मंत्रालय दिया गया है जबकि ब्रात्य बसु को शिक्षा मंत्रालय मिला है। पुलक रॉय को पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग, डॉ शशि पांजा को महिला और बाल विकास मंत्रालय, गुलाम रब्बानी को अल्पसंख्यक विकास और मदरसा शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि विप्लव मित्रा को कृषि विपणन विभाग दिया गया है। जावेद अहमद खान को एक बार फिर राज्य में आपदा प्रबंधन और सिविल डिफेंस का मंत्री बनाया गया है जबकि स्वपन देवनाथ को प्राणी संपद विकास मंत्रालय सौंपा गया है। सिद्दीकुल्ला चौधरी को पुस्तकालय विभाग का मंत्री बरकरार रखा गया है।
केवल सात मिनट में ममता के 43 मंत्रियों ने ली शपथ
कोलकाता । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कैबिनेट के 43 मंत्रियों ने सोमवार को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए महज सात मिनट के अंदर शपथ ली है। इन में से तीन मंत्री अमित मित्रा, बिरात्य बसु व रथिन घोष ने वर्चुअल जरिए से शपथ ली जबकि बाकी के 40 मंत्री राज भवन के थ्रोन रूम में उपस्थित थे जहां राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन्हें शपथ दिलाई है। इन में से 24 पूर्व मंत्री हैं जबकि 10 स्वतंत्र प्रभार और बाकी के नौ राज्य मंत्री हैं।। खास बात यह है कि इस बार कैबिनेट में ममता बनर्जी के अलावा आठ अन्य महिलाएं शामिल हुए हैं। जबकि सात अल्पसंख्यक विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। सबका कहना है कि ममता बनर्जी के निर्देश पर उनकी पहली प्राथमिकता कोविड-19 से मुकाबला है।
उल्लेखनीय है कि बंगाल विधानसभा में तीसरी बार प्रचंड जीत के बाद ममता बनर्जी ने गत पांच मई को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उसके बाद आज उनके मंत्रिमंडल के शपथ हुई है। अपराह्न 3:00 बजे कैबिनेट की पहली बैठक होनी है।