बंगाल ब्यूरो
कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने अपने खिलाफ दायर मामलों को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज सभी आपराधिक मामलों को सीबीआई को स्थानांतरित करने की मांग की है। सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि भाजपा विधायक ने गुरुवार को याचिका दायर कर अपने खिलाफ आपराधिक मामलों को “निष्पक्ष जांच” के लिए सीबीआई को स्थानांतरित करने की मांग की। यह आरोप लगाते हुए कि उन्हें “राजनीतिक प्रतिशोध” के लिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वह एक विपक्षी दल के नेता हैं और उनके खिलाफ “झूठे दावों” के साथ मामले दर्ज किए गए है। अधिकारी ने उनके खिलाफ प्राथमिकी को रद्द करने का निर्देश देने के लिए उच्च न्यायालय से प्रार्थना की है। राज्य पुलिस और उसका आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) अधिकारी से जुड़े कई मामलों की जांच कर रहा है। पेगासस स्पाइवेयर के साथ कथित जासूसी गतिविधियों को लेकर देशव्यापी विवाद के बीच, भाजपा नेता ने उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्व मेदिनीपुर जिले के एसपी अमरनाथ की कॉल डिटेल मिली, जिसके बाद पुलिस ने मंगलवार को उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान लेकर मामले दर्ज किए। अधिकारी ने सोमवार को जिले के तमलुक इलाके में पार्टी की एक बैठक के दौरान स्थानीय पुलिस प्रमुख को सार्वजनिक रूप से सलाह दी थी कि वे ऐसा कुछ भी करने से बचें जिससे उनका कश्मीर में स्थानांतरण हो सकता है। नंदीग्राम विधायक ने इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया था। जिला पुलिस पूर्व मेदिनीपुर में राहत सामग्री की कथित चोरी के एक मामले की भी जांच कर रही है। राज्य सीआईडी एक पुलिस कांस्टेबल की अप्राकृतिक मौत की जांच कर रही है, जो तीन साल पहले अधिकारी की सुरक्षा टीम का हिस्सा थे। कांस्टेबल की विधवा की शिकायत के आधार पर हाल ही में हत्या का एक मामला दर्ज किया गया था और राज्य द्वारा सीआईडी को जांच सौंपी गई थी।