नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना : भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ० निखिल आनंद पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शानदार प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जिन राजनीतिक दलों ने उत्तर प्रदेश चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर हर प्रकार के छल प्रपंच रचा और सतही राजनीति की उनकी आखिरकार हार हुई है। इन दलों का भाजपा विरोध के लिए भारत का विरोध और मोदी विरोध के लिए देश का विरोध करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तर प्रदेश में परिवारवाद, जातिवाद एवं धार्मिक तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और राष्ट्रविरोधी तत्वों से सहानुभूति रखने वाले नीतिविहीन राजनीतिक दलों की हार हुई। उत्तर प्रदेश का चुनाव भाजपा विरोधी और नरेंद्र मोदी विरोधी मानसिकता वाले कॉंग्रेस, वामदल और क्षेत्रीय दलों के लिए हार के साथ सबक भी है।
निखिल आनंद ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री श्री अमित शाह जी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे०पी० नड्डा जी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रेरणादायी नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने एक अदभुत मिशाल कायम किया है और राष्ट्र गौरव का ऐहसास कराया है। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार की जीत हासिल कर भाजपा ने रिकॉर्ड बनाया है। उत्तराखंड, गोआ, मणिपुर में भी भाजपा का झंडा बुलंद किया है तो पंजाब में भाजपा अपना राजनीतिक वजूद स्थापित करने में सफल हुई है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व के साथ- साथ पाँचों राज्यों के करोड़ों कार्यकर्ताओं को कोटि- कोटि बधाई देता हूँ।”
निखिल आनंद कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी कि परिवारवादी राजनीति और साथ ही धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति की हार हुई है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह तथाकथित सेकुलर राजनीति करने वाले दल भाजपा का विरोध करते करते भारत माता और बहुसंख्यक हिंदुओं का भी विरोध करने लगे थे। समाजवादी पार्टी को ओबीसी- दलित समाज ने नकार दिया। साथ ही भारतीय जनता पार्टी को सभी वर्गों का वोट बड़े पैमाने पर मिला जिसने भाजपा को जीत दिलाई। यूपी की जीत से साबित होता है की केंद्र सरकार और भाजपा शासित राज्य सरकार के प्रति विपक्ष की तमाम साजिशों के बावजूद जनता का सहयोग और सहानुभूति बना रहा। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन का मजाक उड़ाने वालों के मुंह पर यह चुनाव परिणाम एक करारा तमाचा भी है।