युवाओं ने बिहार में परिवर्तन के लिए कैंची को चुना
विजय शंकर
पटना । इस बार चुनाव में युवाओं ने बिहार में परिवर्तन के लिए कैंची को चुना है । लॉकडाउन में जो प्रवासी मजदूर और छात्र दूसरे राज्यों में फंसे हुए उन्होंने एन.डी.ए को नकार दिया है । दोनों गठबंधन असली मुद्दों से भटक गएँ हैं । एक ने जाति का कार्ड खेला और दूसरे ने संप्रदाय का । उक्त बातें जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कही ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि नरेन्द्र मोदी बस इमोशनल ब्लैकमेल करना जानते हैं, वो सच का न सामना करते हैं और न ही सच का जिक्र करते हैं । बिहार में पेपर मिल और चीनी मिल बंद है, उस पर प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोलते. रैली में मैथिली में बोलते हुए उन्होंने सिर्फ लोगों को इमोशनल ब्लैकमेल किया ।
जाप अध्यक्ष ने कहा कि हमारा एजेंडा तीस साल बनाम तीन साल है. युवाओं, महिलाओं, दलितों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों की उम्मीद प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन से है । इस बार हम जनता की उम्मीदों पर खड़े उतरेंगे. सरकार में आने के बाद हम सच्चर कमिटी की सिफारिशों को लागू करेंगे ।
पप्पू यादव ने आगे कहा कि इस चुनाव में जातिवाद और संप्रदायवाद हारेगी. जनता ने जातिवाद और संप्रदायवाद की राजनीति को नकार दिया है. हम सत्ता में आने के बाद निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करेंगे । अंत में उन्होंने कहा कि भाजपा नरेन्द्र मोदी के नाम का ऐसे उपयोग कर रही है जैसे नरेन्द्र मोदी ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. मैं साफ़ कह सकता हूं कि इस बार भाजपा और जद(यू) की बिदाई होगी । इस बार भाजपा को 50 से अधिक सीटें नहीं मिलेगी ।