दलित व पिछड़ों को अगली पंक्ति में खड़ा कर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बाबा साहब के सपनो का बिहार बनाकर सामाजिक समरसता को कायम किया  उमेश सिंह कुशवाहा

नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो 
पटना,: जदयू के प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पुरी सभागार में बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अमबेडकर की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने दीप प्रज्जवलित कर किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष श्री उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, बिहार विधान सभा के उपाध्यक्ष श्री महेश्वर हजारी, बिहार सरकार के माननीय मंत्री श्री अशोक चैधरी समेत पार्टी के अन्य नेता तथा कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री श्री संतोष कुमार निराला ने की।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब भारतीय संविधान के निर्माता ही नहीं, एक अच्छे समाज सुधारक भी थे। उनके सपनों को साकार करने के लिये माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास का नारा दिया। इसका मतलब है समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगोें को समाज के मुख्य धारा से जोड़ना। यही सोच बाबा साहेब की थी। इस विचारधारा को साकार करने का काम श्री नीतीश कुमार ने किया है। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार के प्रयास से बिहार का विकास दर दोहरे अंकों में है यानि बिहार का विकास दर औसत 12 प्रतिशत है। आर्थिक सर्वेक्षण में केंद्र सरकार ने स्वीकार किया कि बिहार का विकास दर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हम बिहार के लिये विशेष राज्य के दर्जे की मांग इसलिये करते हैं, ताकि बिहार का विकास हो। इससे टैक्स में 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। टैक्स में छूट मिलने से यहां उद्योग धंधे बढ़ेंगे। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलता है तो बिहार नंबर-1 राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तब तक देश विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता।
 

वहीं बाबा की साहब जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जनता दल यू0 संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उपेंद्र कुशवाहा जी ने कहा कि बाबा साहब अन्याय के खिलाफ उस समय के सबसे बड़ी आवाज थे। उन्होंने अपनी विद्धता का इस्तेमाल करते हुए देश को संविधान दिया। उन्होंने कहा कि अगर इस संविधान का पहले से पूरी तरह से पालन हुआ होता तो समाज के पिछड़े एवं दलित वर्ग के लोग और आगे बढ़े होते। बाद में श्री नीतीश कुमार जी को मौका मिला तो उन्होंने संविधान के माध्यम से दलितों एवं पिछड़े वर्गों को अधिकार और न्याय दिलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकार के निर्णय से समस्या का निदान नहीं हो सकता। इसके लिये खुद भी जागरुक होना होगा। उन्होंने कहा कि तीन तरह की सरकार होती है जिसमें न्यायपालिका सबसे मजबूत सरकार होती है। उन्होंने मानीय मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार में बैठे हुए सभी लोग अगर श्री नीतीश कुमार की तरह ईमानदार हों तो समस्या का समाधान हो सकता है। उन्होंने इंडियन जुडिसिअल सर्विस में खुली प्रतियोगिता पर बल देते हुए कहा कि इंडियन एडमिंस्ट्रेटिव सर्विस की तरह इंडियन जुडिसिअल सिर्विस के लिये भी खुली प्रतियोगिता होनी चाहिये। यह व्यवस्था केंद्र सरकार को करनी चाहिये।
इस अवसर पर बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते हुए पार्टी के माननीय प्रदेष अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुषवाहा ने कहा कि बाबा साहब ने समाजिक समरसता पर जोर दिया। उन्होंने समाज के पिछड़े, दलित वर्ग के उत्थान के लिये काम किया। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बाबा साहब के सपनों को साकार करते हुए पिछड़ों के विकास के लिये काम कर रहे हैं। उन्होंने दलितों और पिछड़ों के विकास के लिये कई काम किया। पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को बी0पी0एस0सी के लिये 50 हजार और यू0पी0एस0सी0 के लिये एक लाख की पुरस्कार राशि दी जा रही है। उन्होंने महिलाओं के उत्थान के लिये भी काम किया। उन्होंने महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था और नगर निकायों में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया। श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलओं को व्यवसाय के लिये 5 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा माननीय मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक दलित टोलों में स्वतत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के अवसर पर वहाँ के बुर्जुग दलित व्यक्ति से राष्ट्रीय ध्वजारोहन करवाकर बाबा साहेब के सपनों का बिहार बनाने का काम किया है।
 कार्यक्रम को संबांधित करते हुए माननीय मंत्री श्री अशोक चैधरी ने कहा कि बाबा साहब के सपनों को साकार करने के लिये माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास का नारा दिया। पिछड़े वर्ग के लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये उन्होंने बीपीएससी के लिये 50 हजार और यूपीएससी के लिये एक लाख रुपये का पुरस्कार देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि ऐसे नेतृत्व के साथ काम करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने पिछड़ों के लिये जो काम किया उससे न सिर्फ नक्सलिजम कम हुआ है, बल्कि दलित पिछड़े वर्ग के लोग समाज के मुख्य धारा से जुड़े हैं।

इस अवसर पर काफी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और गणमान्य लोग उपस्थित थे। जिन्हें जनता दल यू0 के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ‘‘ललन’’ ने सामाजिक कुरितियों को दूर करने हेतु पाँच बिन्दुवार संकल्प को पढ़ कर जिसे सभा में उपस्थित लोगों को संकल्पित करवाया। पार्टी के द्वारा आज राज्य भर में सभी पंचायतों में बाबा साहेब की जयंती मनाई गयी तथा इस अवसर पर संकल्प पढ़ कर लोगों ने सामाजि कुरितियों को दूर करने के लिए संकल्पित हुए।
इस मौके पर बिहार विधानसभा के माननीय उपाध्यक्ष श्री महेश्वर हजारी जी, माननीय राष्ट्रीय महासचिव श्री हर्षवर्धन सिंह, माननीय विधान पार्षद श्री संजय गांधी, माननीय विधान पार्षद सह पार्टी के मुख्य प्रवक्ता श्री नीरज कुमार, माननीय विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह, बिहार विधान परिष्द के पूर्व उपसभापति एवं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री सलीम परवेज जी, मुख्यालय प्रभारी श्री नवीन आर्य चन्द्रवंशी, श्री मृत्युंजय कुमार सिंह, श्री वासुदेव कुशवाहा, श्री मनीष कुमार, पूर्व विधान पार्षद श्री वाल्मीकी सिंह, पूर्व विधान पार्षद श्री विनोद कुमार सिंह, पूर्व विधायक एवं पटना जिला जदयू के अध्यक्ष श्री अरूण मांझी खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री विद्यानंद विक्ल, श्री नवीश कुमार नवेन्दु, श्री दीपक रजक, श्री रूबेल रविदास, श्री शत्रुध्न पासवान, श्री सुरेन्द्र रजवार, श्रीमती सविता नटराजन, प्रो0 सुनीता कुमारी, श्री राजेन्द्र नट, डाॅ0 हुलेश मांझी, डाॅ0 दिनेश कुमार, श्री विद्याभूषण प्रभाकर, पटना महानगर के अध्यक्ष श्री रविन्द्र पटेल, श्री मुकेश पटेल, छात्र जदयू के अध्यक्ष श्री नीतीश पटेल, श्री कृष्ण कुमार अंबेदकर, डाॅ0 धमेन्द्र चंद्रवशी, श्री आनंद रजक, सुश्री विनीता स्टेफी पासवान समेत अन्य गणमान्य नेतागण और कार्यकर्ता गण मौजूद थे।

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