मंहगाई और बेकारी के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश को बरगलाने के लिए हो रही छापेमारी और उठाया गया ज्ञानवापी मस्जिद मुद्दा
नवराष्टर न्यूज़ ब्यूरो
पटना। महंगाई लगातार बढ़ रही है। इसके खिलाफ वाम दल अब आंदोलन शुरू करेंगे। दरअसल, गरीब, मध्यम वर्ग, प्राइवेट कंपनियों में नौकरी करने वाले, छोटे व्यवसायी आदि सभी तबके पेट्रोल-डीजल-गैस के दाम में अभूतपूर्व बढ़ोतरी से त्रस्त है । आज हालत यह है कि पटना में पेट्रोल 120 रु. प्रति लीटर हो गया है. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से परिवहन व माल ढुलाई अत्यंत महंगा हो गया है. विगत एक साल में पेट्रोलियम पदार्थों में 70 प्रतिशत, सब्जियों के दाम में 20 प्रतिशत, खाने के तेल में 23 प्रतिशत और अनाज के दाम में 8 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है ।
करोड़ों भारतीय का भोजन गेहूं की कीमत में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. गेहूं विदेश भेजा जा रहा है और उसकी कम सरकारी खरीद का बहाना बनाकर जनवितरण प्रणाली से इसे गायब कर इसके बदले चावल देना तय किया गया है ।
राज्य में बिजली बिल पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी हो रहे खर्च में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है. फीस से लेकर किताबें, यूनीफाॅर्म, स्टेशनरी, स्कूल बस भाड़ा में 50 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। मजबूरन लोगों को कर्ज लेना पड़ रहा है और वे लगातार कर्ज के भंवरजाल में फंसते जा रहे हैं। एक तरफ आम लोग भीषण महंगाई की मार झेल रहे हैं, ठीक इसी समय काॅरपोरेटों की संपत्ति में अकूत वृद्धि हो रही है ।
वाम दलों की यहां हुई बैठक में मंहगाई विरोधी अभियान के तहत माइक प्रचार, ग्रामसभा आदि करने निर्णय लिया गया। इस अभियान को लेकर जिलों में जल्द ही बैठकें होंगी। 24 मई को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन होगा।
बैठक सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडे की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भाकपा-माले के धीरेन्द्र झा, केडी यादव और अभ्युदयऔर सीपीएम की ओर से ललन चौधरी,अवधेश कुमार और सर्वोदय शर्मा उपस्थित थे.