धनबाद ब्यूरो
धनबाद : राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर के कार्यकारी अध्यक्ष सह कांग्रेस धनबाद जिलाध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह ने पत्रकारो के साथ बातचीत में कहा कि कोयलांचल में मजदूरों का एकमात्र अस्पताल सेंट्रल अस्पताल है और यह अस्पताल राष्ट्रीयकरण से पहले से मजदूरों के लिए कार्यरत है। यह सर्वविदित है कि कोरोना वायरस का हम लोग इस महामारी को पूरे देश के लोग झेल रहे हैं। लेकिन आज जो कोल इंडिया के मजदूर 24 घंटे खदानों में काम करते हैं, और कोयला निकाल कर देश को रोशनी देते हैं, उन्हीं का इलाज दुर्लभ हो गया है। आज सेंट्रल अस्पताल में बीसीसीएल का मजदूर जब जाता है इलाज के लिए तो उसे कहा जाता है कि बेड नहीं है ? आखिर वह कहां जाएगा आधा अस्पताल को कोविड-19 में तब्दील कर दिया गया है। लेकिन प्रबंधक या प्रशासन को जानना चाहिए कि कोविड-19 बीमार से पीड़ित मरीज अब जा रहे हैं या कोविड-19 के भी मरीज जब जाते हैं तो उनको अपने अस्पताल में भर्ती नहीं लिया जाता है। बीसीसीएल प्रबंध निदेशक से मांग करते हैं कि इलाज सबका हो ? लेकिन बीसीसीएल के कर्मचारी को प्राथमिकता के आधार पर वही इलाज होनी चाहिए।