ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि की मदद से करें शराबबंदी के लिए छापेमारी : नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की
मुख्य बिन्दु :
• शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त करें, शराब के वास्तविक धंधेबाज बच नहीं पाये।
● राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें।कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये
• पुलिस एवं मद्य निषेध विभाग संयुक्त रुप से पूरी मुस्तैदी से काम करे। शराबबंदी से जुड़े मामलों की ट्रायल में तेजी लायें।
• सभी लोग यह मानते हैं कि शराब बुरी चीज है कई दूसरे राज्यों के लोग भी अपने-अपने राज्यों में शराबबंदी चाहते हैं। बिहार में शराबबंदी का क्रियान्वयन सफल तरीके से किया जा रहा है। अन्य राज्यों के लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दें।
• शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है। राज्य में शराबबंदी के बाद दूध, सब्जी, मिठाई, फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है। जब्त शराब का विनष्टीकरण तेजी से हो।
• गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी / कर्मी पर सख्त कार्रवाई करें।
विजय शंकर
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री के०के० पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 16 नवंबर 2021 के बाद से अब तक की गई कार्रवाई, ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि के माध्यम से छापेमारी अभियान, जब्त शराब, अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं कार्रवाई संबंध में विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त करें शराब के वास्तविक धंधेबाज बच नहीं पाये। उन्होंने कहा कि पुलिस एवं मद्य निषेध विभाग संयुक्त रूप से पूरी मुस्तैदी से काम करे। शराबबंदी से जुड़े मामलों की ट्रायल में तेजी लायें जब्त शराब का विनष्टीकरण तेजी से हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें शराब पीनेवाले एवं पिलानेवाले को चिन्हित कर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी लोग यह मानते हैं कि शराब बुरी चीज है कई दूसरे राज्यों के लोग भी अपने-अपने राज्यों शराबबंदी चाहते हैं। बिहार में शराबबंदी का क्रियान्वयन सफल तरीके से किया जा रहा है। अन्य राज्यों के लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है। राज्य में शराबबंदी के बाद दूध, सब्जी, मिठाई, फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि की मदद से छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये। उन्होंने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि 1 करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद शराब पीना छोड़ दिया है। पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है।
थानों द्वारा शराबबंदी को लेकर की जा रही कार्रवाई का सतत् अनुश्रवण करते रहें गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी / कर्मी पर सख्त कार्रवाई करें।
बैठक में मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, महाधिवक्ता ललित किशोर, पुलिस महानिदेशक श्री एस0के0 सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन श्री के०के० पाठक, अपर पुलिस महानिदेशक, स्पेशल ब्रांच श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, उत्पाद आयुक्त श्री बी० कार्तिकेय धनजी आई०जी० मद्य निषेध श्री अमृत राज एवं विशेष सचिव गृह श्री विकास वैभव एवं उपस्थित थे।