मुख्य बिन्दु-
ऽ बिहार में कोरोना से बचाव को लेकर बड़े पैमाने पर काम किया गया है। कोरोना संक्रमण के मामले में अभी बिहार देश में 21वें स्थान पर है, जबकि जनसंख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर है।
ऽ बिहार में 6 महीने में 6 करोड़ लोगों का टीकाकरण कराने के लक्ष्य को हर हाल में पूरा करना है।
ऽ कोरोना की जांच, इलाज और टीकाकरण को लेकर हमलोग प्रतिबद्ध हैं।
ऽ हम सब एकजुट प्रयास से कोरोना महामारी से छुटकारा पायेंगे।
ऽ कोरोना से बचाव का टीकाकरण एक कारगर उपाय है।
ऽ माउस क्लिक कर टीकाकरण के लिये अभियान गीत ‘कर दिखायेगा बिहार, कोरोना का टीका लगवायेगा बिहार’ को भी मुख्यमंत्री ने लॉन्च किया।
विजय शंकर
पटना: मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘6 करोड़ वयस्कों को 6 माह में लगेगा कोरोना का टीका’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से टीकाकरण का यह अभियान शुरु किया गया है इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को विशेष तौर पर बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि बिहार में कोरोना से बचाव को लेकर बड़े पैमाने पर काम किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों ने भी इसमें सहयोग दिया है। कोरोना संक्रमण के मामले में अभी बिहार देश में 21वें स्थान पर है, जबकि जनसंख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर है। कोरोना को लेकर लोगों को जागरुक करने की कोशिश लगातार की जा रही है। इसका अच्छा परिणाम सामने आ रहा है। बिहार में कोरोना जांच और टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। केंद्र सरकार के गाइडलाइन और निर्णयों का तेजी से क्रियान्वयन पर राज्य सरकार जोर देती रही है। हमलोग प्रचार में नहीं बल्कि काम करने में विश्वास करते हैं। कोरोना से लोगों को जागरुक और प्रेरित करने के लिए प्रचार-प्रसार करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर के टीकाकरण या 45 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण का हो हमलोगों ने इसके लिये तेजी से काम किया है। केंद्र सरकार ने जब कहा कि 18 वर्ष से 44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण के लिए राज्य सरकार को अपने पैसे से टीका उपलब्ध कराना होगा। इसको लेकर हमलोगों ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण को लेकर 1,000 करोड़ रुपये तत्काल आवंटित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने 18 वर्ष से ऊपर वालों के लिए भी मुफ्त टीकाकरण की अब घोषणा कर दी है। राज्य में अब तक 18 से 44 वर्ष के 38 लाख 10 हजार 826 लोगों को कोरोना के पहले डोज का टीका तथा 57,549 लोगों को दूसरे डोज का टीका लगाया जा चुका है। केंद्र सरकार मुफ्त में टीका सभी के लिए उपलब्ध करा रही है। हमलोगों ने तय किया है कि बिहार में 6 महीने में 6 करोड़ लोगों का टीकाकरण करायेंगे। ये काम हमलोगों को हर हाल में पूरा करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी टीकाकरण कराया जा रहा है। इन इलाकों में कोरोना जांच भी कराया जा रहा है। बिहार में प्रतिदिन 1.5 लाख कोरोना जांच का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 1.4 लाख जांच तक हमलोग पहुंचे हैं। राज्य में अब कोरोना संक्रमण की दर घट रही है। कोरोना से बचाव को लेकर हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर आने को लेकर कई विशेषज्ञों ने संभावना व्यक्त की है। कोरोना से बचाव का टीकाकरण एक कारगर उपाय है। तीसरी लहर को लेकर लोगों को जागरुक और सतर्क रहना जरुरी है। उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर लोगों से मेरी प्रार्थना है कि कोरोना को लेकर सतर्क और सचेत रहें। अब तक कुल 1 करोड़ 16 लाख 46 हजार 119 लोगों को प्रथम डोज का टीका लगाया जा चुका है, जबकि 22 लाख 5 हजार 440 लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर अस्पतालों में दवा और ऑक्सीजन का इंतजाम किया गया है। ब्लैक फंगस को लेकर भी जरूरी इंतजाम किये गये हैं, जिससे ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की जांच, इलाज और टीकाकरण को लेकर हमलोग प्रतिबद्ध हैं। हमलोग मिलकर काम कर रहे हैं। बिहार में कोरोना से मृत्यु होने पर 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दे रहे हैं। बिहार में अब तक 9 हजार 500 लोगों की मृत्यु कोरोना से हुयी है। एक गरीब राज्य होते हुए जितना संभव है लोगों की सहायता के लिए जरुरी कदम उठा रहे हैं। बाढ़ को लेकर भी हमलोग सतर्क हैं। इसको लेकर सभी जरुरी कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को हर प्रकार की सुविधा और लाभ दिलाने को लेकर लगातार काम कर रहे हैं। कोरोना को लेकर लोगों को समझाना और जागरुक करना बहुत जरुरी है। हमलोग मिलकर कोरोना पर विजय जरुर प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण, जांच और लोगों की इलाज के लिए लगातार काम कर रहे हैं। 6 माह में 6 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य कोई मामूली बात नहीं है, इसके लिए योजनाबद्ध ढंग से काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान गीत के माध्यम से भी लोगों को कोरोना का टीका लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर जो संभावना व्यक्त की है उसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में जुटा है। लोगों को भी विशेष रुप से सतर्क रहना होगा। हम सब एकजुट प्रयास से इस महामारी से छुटकारा पायेंगे। कोरोना का प्रथम टीका लगवाने के बाद लोग दूसरा टीका भी अवश्य लगवायें। कोरोना के प्रति जागरुक रहेंगे तो कम से कम इस संक्रमण का असर होगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुये कहा कि कोरोना को लेकर जागरुक रहिए, आपस में दूरी बनाकर रहिए, हाथ को साफ करते रहिए और मास्क का प्रयोग जरुर कीजिए।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने माउस क्लिक कर टीकाकरण के लिये अभियान गीत ‘कर दिखायेगा बिहार, कोरोना का टीका लगवायेगा बिहार’ को लॉन्च किया।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी ने भी संबोधित किया। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने टीकाकरण अभियान को लेकर विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, भवन निर्माण मंत्री श्री अषोक चैधरी, जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, उद्योग मंत्री श्री शाहनवाज हुसैन, समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, सहकारिता मंत्री श्री सुबाष सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री जमां खान, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री श्री प्रमोद कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, लघु जल संसाधन तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री नीरज कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री श्री जिवेश कुमार, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री रामसूरत कुमार, लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री श्री रामप्रीत पासवान, खान एवं भूतत्व मंत्री श्री जनक राम, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री जयंत राज, सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, संबद्ध विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं चिकित्सकगण, चिकित्साकर्मीगण जुड़े हुए थे।