विजय शंकर
पटना.: बिहार सरकार द्वारा आरटीपीसीआर जांच को ब्लैकलिस्टेड कम्पनी से किराए पर लिए गए वाहनों और जांच के निर्धारित संख्या से बेहद ही कम जांच करने के कारण विवादों में आई राज्य सरकार पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है।
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि नीतीश सरकार ने आपदा को पूर्णतः अवसर में बदलने का काम किया है। महाराष्ट्र में ब्लैकलिस्टेड कम्पनी को आखिर किन कारणों से बिहार में आरटीपीसीआर जांच के लिए वाहनों को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। साथ ही 29 करोड़ रुपये किराया देकर वैसे 5 वाहनों को लाया गया है जबकि उनकी वास्तविक क्रय कीमत ही 2 करोड़ के आसपास है।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा जिस आधार पर उस कम्पनी को रोज 1000 जांच का जिम्मा दिया था उसको भी उस कम्पनी ने टारगेट से कहीं पीछे रखा है। उनके आंकड़ों में यह जांच आधे से भी कम हुई है।
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोष साबित होने पर स्वास्थ्य मंत्री सहित टेंडर दिलाने वाले सभी लोगों पर एफआईआर होनी चाहिए। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि 2015 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 55 घोटाले नीतीश कुमार के गिनाएं थे और अब ये घोटालों की संख्या नित्य प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। कई सौ करोड़ के सृजन घोटाले को दबा कर बैठने वाली ये सरकार अब कोरोना काल में क्वारन्टीन घोटाले, किराए घोटाले से आगे बढ़कर एम्बुलेंस घोटाले और लाश घोटाले तक किये, अब तो ये सरकार आरटीपीसीआर घोटाले तक करके बैठी है। उन्होंने कहा कि लाशों का घोटाले करने वाली ये सरकार मानवीय संवेदनाओं का चिर हरण करने पर उतारू है। दोषियों पर अविलम्ब कार्रवाई करें अन्यथा आम लोगों का लोकतंत्र और सरकार पर से भरोसा ही उठ जाएगा।