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भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. रणबीर नंदन ने कांग्रेस की नीति पर किया जोरदार हमला

नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो

पटना । पूर्व विधान पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. रणबीर नंदन ने कांग्रेस की नीति पर जोरदार हमला किया है। डॉ. नंदन ने कहा है कि इस देश में कांग्रेस ने नेहरु-गांधी परिवार के नेतृत्व में हमेशा से ही विकास के बजाय विनाश के कार्य किए हैं। पहले सरदार पटेल को प्रधानमंत्री बनने से रोका। उसके बाद ऐसी अराजकता फैलाई कि देश का विकास थम गया। तानाशाही के दौर में इमरजेंसी भी इस देश को कांग्रेस ने ही दिखाई। अब बात करें कांग्रेस का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों की, तो उनके साथ भी कांग्रेस ने शुरू से गद्दारी ही की है। चंद्रशेखर, एचडी देवेगौड़ा, आईके गुजराल की सरकार कांग्रेस के समर्थन से बनी लेकिन बाद में कांग्रेस ने ही धोखा देकर इन तीनों की सरकारों को गिरा दिया। दगाबाजी कांग्रेस की पुरानी आदत है।

डॉ. नंदन ने कहा कि कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों का कभी सम्मान नहीं किया है। कुछ हफ्ते पहले तक जिस इंडी गठबंधन का गठन हुआ, उसमें शामिल राजद, जदयू तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, लेफ्ट पार्टियां सभी कांग्रेस का विरोध ही करते रहे हैं। लेकिन सत्ता के लालच में सब कांग्रेस के पिछलग्गू बने और नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस ने सबको झिड़क दिया है। इसके उलट जब भाजपा किसी सहयोगी दल के साथ गठबंधन करती है, तो उसमें कभी कुर्सी का मोह आड़े नहीं आता है। 2020 का ही विधानसभा चुनाव गवाह है कि जदयू तीसरे नंबर की पार्टी थी, इसके बाद भी नीतीश कुमार ही सीएम बने।

डॉ. नंदन ने कहा कि आज लालू यादव जिसतरह कांग्रेस पर मेहरबान दिखते हैं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ भी सही सलूक नहीं किया है। कांग्रेस का विरोध कर लालू यादव बिहार के सीएम बने। कांग्रेस ने उन्हें केंद्र में मंत्री भी बनाया। लेकिन जैसे ही लालू यादव की लोकसभा में सीटें कम हुई, राजद को कांग्रेस ने सरकार से बाहर निकाल दिया। 2009 के चुनाव में जीती कांग्रेस ने लालू यादव और राजद को सरकार से बाहर कर दिया। दूसरी ओर अभी की बात करें तो अखिलेश यादव को मध्य प्रदेश में 4-5 विधानसभा सीटें भी देने को कांग्रेस राजी नहीं हुई। वहीं भाजपा के पास अटल जी जैसे नेता रहे हैं, जो गठबंधन ऐसा निभाते हैं कि भाजपा की विरोधी पार्टियां भी उनका सम्मान करती हैं। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा केंद्र में अपने बूते बहुमत तक आई लेकिन उन्होंने सभी सहयोगी दलों के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी, पूरा सम्मान दिया।

डॉ. नंदन ने कहा कि कांग्रेस इतनी कुटिल है कि घमंडिया गठबंधन में पहले नीतीश कुमार से सबको एक साथ लाने का प्रयास किया। जैसे ही सब एक टेबल पर बैठे, कांग्रेस ने नीतीश कुमार को किनारे लगा दिया। प्रधानमंत्री का उम्मीदवार तो दूर कांग्रेस ने नीतीश कुमार को गठबंधन का समन्वयक तक नहीं बनने दिया। कांग्रेस तानाशाह है और हमेशा रहेगी। उसके साथ जनता को धोखा देकर गए दलों को कभी जीत नहीं मिल सकती।

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