कांग्रेस को पिछड़े वर्ग के नरेंद्र मोदी का दोबारा पीएम बनना और दलित-ओबीसी सांसदों का मंत्री बनना बर्दाश्त नहीं हो रहा
सुभाष निगम 

नयी दिल्ली : राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने जिस तरह से टेबुल पर चढ कर हंगामे किये, आसन की ओर फाइल के बंडल फेंके और महिला मार्शलों तक से मारपीट की, वह गुंडागर्दी की पराकाष्ठा थी। इसके लिए विपक्ष को जनता से माफी माँगनी चाहिए। सत्र के अंतिम दिन उच्च सदन में विपक्षी सदस्यों का आचरण जिस निम्नतम तल पर था, वैसा मैंने अपने संसदीय जीवन के 32 साल में कभी नहीं देखा था।

 

उन्होंने कहा ,  विपक्ष ने उस समय भी हंगामा किया जब कृषि पर जयराम रमेश के प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो चुकी थी और जब महंगाई पर दिग्विजय सिंह का प्रस्ताव विचार के लिए स्वीकृत हो चुका था। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं। यदि वे संसद ठप कर सरकार को दलितों-पिछड़ों और गरीबों के हित में बड़े फैसले करने से रोकना चाहते हैं, तो वे कभी कामयाब नहीं होंगे।

उन्होंने कहा ,  संसद के इतिहास में पहली बार विपक्ष ने नये मंत्रियों का परिचय तक नहीं होने दिया और मंत्रियों को धमकी दी गई। कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्षी दलों को पिछड़े वर्ग से आने वाले नरेंद्र भाई मोदी का लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनना और ओबीसी समुदाय के एक साथ 27 सांसदों को मंत्री बनाना बर्दाश्त नहीं हो रहा है।

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