धनबाद ब्यूरो
सिंदरी-(धनबाद): बीआईटी सिंदरी में इन्डक्शन प्रोग्राम के अंतिम दिन समापन समारोह में झारखण्ड प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में नवप्रवेशी छात्रों के साथ रूबरू हुए। बी द चेंज विषय पर बात करते हुए बोले समस्या है तो समाधान भी है। जानना है और समाधान मिल जायेगा। उदाहरण बिन्देश्वरी पाठक व उनके उद्योग सुलभ शौचालय का दिया। समस्या जानी और इसकी स्थापना की । इस समाधान से सेवा भी हो जाती है। यही तो अभियंता का कार्य भी है। आदत मे परिवर्तन लाना होगा। जिन्दगी का मिशन बनाइये। मुनि सेवा आश्रम, हेवडे बाजार, मानव चेतना विकास केन्द्र आदि का उदाहरण देते हुए बोले कि प्रकृति के साथ सांमजस्य बना व परिश्रम करके पर्यावरण को भी संतुलित किया जा सकता है और जीविकोपर्जन भी। वक्तव्य मे प्रो. संदीप देसाई का उदाहरण दिया कि उनके द्वारा लोकल ट्रेन से कमाये सिक्कों की खनक आज छः स्कुलों मे बच्चो का भविष्य उज्जवल कर रही है। प्रो. मिश्रा ने बच्चों को उत्साहित करते हुए कहा कि हर आयामों मे स्टार्ट्अप की संभावना है। उर्जा, फूड, बायोटेक, वाटर टेक आदि। इसके अलावा अगर किसान व समाज के बीच उच्च संस्थानों के ग्रेज्युट्स माध्यम बने तो किसानो का भी आर्थिक स्तर बढेगा और समाज की भी जरूरत पुरी होगी। बस जरूरत है, मिलकर कार्य करने की। आगे बोले कि इसके अलावा जब हम पेड़ लगाते समय जब हम गढ्ढा खोदते हैं तो एक आइडिया भी रोपित कर रहे होते हैं। संस्थान निदेशक प्रो. डीके सिंह ने अतिथि का स्वागत किया और बताया संस्थान मे इन्क्युबेशन के लिए सेल तैयार है।
कार्यक्रम चेयरमैन प्रो. आरके वर्मा ने पूरे कार्यक्रम का सांराश रखा। संयोजक डॉ. बी. सुजन व प्रो. प्रशान्त मालवीय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले डॉ. अरविन्द सिंह ने इच्छा व कृतज्ञता पर वक्तवय दिया। इसके बाद डॉ. मधु सिन्हा ने छात्राओं के साथ अलग से वार्तालाप करके दैनिक जीवन मे आ रही स्वास्थ्य समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की।
इसके साथ दो सप्ताह से चले आ रहे इन्डक्शन प्रोग्राम का सफलतापुर्वक समापन हो गया।