धनबाद ब्यूरो
धनबाद : धनबाद मंडल में प्रशासन द्वारा रेल आवास को किराए पर दिए जाने के मामले में कर्मचारियों को निलंबित करने को ईसीआरकेयू ने विरोध दर्ज किया है । ज्ञात हो कि रेलवे कर्मचारियों द्वारा उन्हें आवंटित रेल आवासों को दूसरे स्टेशन पर स्थानांतरण हो जाने पर भी अपने अधीन रखे रहने को अवैध कब्जा मानते हुए ऐसे 298 कर्मियों की सूची तैयार कर निलंबित कर दिया है। रेल प्रशासन के इस सख्ती से रेलवे कर्मचारियों और उनके परिजनों को मुश्किलों में डाल दिया है। सूत्रों के अनुसार ईसीआरकेयू अध्यक्ष के डी. के. पांडेय और अपर महामंत्री मो. ज़्याउद्दीन ने धनबाद डीआरएम एके मिश्रा के समक्ष दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों और आवश्यक संसाधनों की कमी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए पत्र प्रेषित किया । अपने पत्र में उन्होंने बताया है कि रेल प्रशासन द्वारा नये स्टेशन पर रेल आवास उपलब्ध नहीं कराए जाने, प्राईवेट क्षेत्र में उचित आवास का उपलब्ध नहीं होना, बच्चों की शिक्षा, यातायात की संसाधनों की कमी व चिकित्सीय आधार पर रेलवे कर्मचारियों को पुराने पदस्थापना वाले स्टेशन पर आवंटित रेल आवास रखने के लिए मजबूर हैं । प्रशासन को अपने कर्मचारियों की इन बुनियादी सुविधाओं की कमी के मद्देनजर नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मानवीय संवेदनाओं के आधार पर तुरंत निलंबन आदेश वापस लेना चाहिए। अपने पत्र में मो. ज़्याउद्दीन ने प्रशासन के सामने इन तथ्यों को रखते हुए कहा है कि किराए पर आवास उठाने वाले कर्मचारियों और स्थानांतरित हुए रेलवे कर्मचारियों जो सपरिवार आवास में रह रहे हैं उनका अलग अलग सूची तैयार किया जाना चाहिए । ऐसे लोगों के साथ रेलवे नियमों के तहत अलग अलग कार्रवाही होनी चाहिये। वर्तमान सर्वे में कई कमियों और खामियों की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए पुनः सर्वे करने की मांग रखी गई है । यूनियन ने स्टेशन पर विभिन्न पूल इंचार्ज को भी सर्वे टीम में शामिल करने की भी मांग रखी है। मो. ज़्याउद्दीन ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि पत्र मिलते ही वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी जयप्रकाश सिंह ने मंडल रेल प्रबंधक आशीष बंसल से बात की । दूरभाष पर दोनों प्रशासनिक अधिकारियों ने मो. ज़्याउद्दीन से बात करते हुए आश्वस्त किया कि किसी भी रेलवे कर्मी को गलत तरीके से निलंबित नहीं किया जाएगा। निलंबित किए गए कर्मचारी द्वारा आवास रखे रहने के वैध कारणों का उल्लेख करते हुए अपने शाखा अधिकारी को आवेदन जमा करने पर उनका निलंबन हटा लिया जाएगा। किसी भी कर्मचारी को कोई परेशानी हो तो ईसीआरकेयू के पदाधिकारियों ए. के. दा, एन. के. खावस, सोमेन दत्ता, धनबाद और बी. के. झा, गोमो, से सम्पर्क कर अपनी बात रख सकते हैं ।