बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : विश्व मानसिक स्वास्थ्य पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत आज बाल सुधार गृह में मानसिक स्वास्थ्य एवं नशा विमुक्ति पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला तम्बाकु नियंत्रण कोषांग के सोशल वर्कर शुभांकर मै़त्रा ने बच्चों को तंबाकू से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को बताया गया कि नशा एक ऐसी बुराई है जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। साथ ही साथ नशे का मानसिक स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरुक करते हुए नशे के कारण बच्चों के व्यवहार में आने वाली आक्रमकता, जिद्दीपन, सामाजिक कलंक की भावना एवं आत्महत्या करने जैसी र्दुभावना को नियंत्रित करने के बारे में बताया। परिचर्चा में संतोष कुमार प्रसाद, प्रभारी उपाधीक्षक, सम्प्रेषण गृह, गौतम कुमार श्रीवास्तव, गृहपति, सम्प्रेषण गृह एवं प्रिय रंजन, परामर्शी, सम्प्रेषण गृह आदि उपस्थित थे।