बचाव राहत दल ने गंगा में डूबे में महिला का निकाला शव, महिला की पहचान में जुटी पुलिस, तोफिर गाँव की बतायी जाती है
मनीष कुमार
मुंगेर : बुधवार की दोपहर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में श्री कृष्ण सेतु पुल पाया संख्या 9 से एक महिला ने आत्महत्या करने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। पुलिस की सूचना मिलने के बाद बचाव राहत दल की टीम ने पाया संख्या 9 के पास पहुंचकर गंगा में डूबे महिला की तलाश में जुट गई, काफी मशक्कत के बाद बचाव राहत दल की टीम ने श्री कृष्ण सेतु पुल से महज 300 मीटर दूरी चंडी स्थान के पास महिला के शव को बरामद कर लिया । बचाव राहत दल की टीम ने महिला के शव को पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया ।
बचाव राहत दल की टीम के बोट चालक राम भजन राय ने बताया कि जब पुलिस ने सूचना दी तो उसके बाद हमारी टीम के सदस्य श्री कृष्ण सेतु पुल पर पहुंचे। पुल पर कार्य रहे कर्मचारी से पूछ ताछ के दौरान बताया कि सदर प्रखंड के मय तोफिर दियारा गांव की एक महिला तीन साल के बच्चे को लेकर रो रही थी , जब पूछा की क्यों रो रही है तो उसने बताया कि सुसराल वाले और पति मारता पीटता है , तंग होकर गंगा में डूबने के लिए आयी हूँ ,कर्मचारी द्वारा लाख समझाने के बाद महिला नहीं मानी और अपने बच्चे को पुल पर छोड़कर गंगा में छलांग लगा दी। राम भजन राय ने कहा कि महिला के शव को जब हमलोगो ने बरामद किया तो महिला के शरीर पर कई मारपीट के जख्म थे और इसलिए सुसराल वालो से प्रताड़ित होने के कारण महिला ने इतना बड़ा कदम उठाया। उन्होंने कहा, महिला की अब तक पहचान नहीं हो पायी है लेकिन पुलिस ने महिला बच्चे को अपने पास रखा है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस इंस्पेक्टर दलजीत झा घटनास्थल श्री कृष्ण सेतु पहुंचे जंहा उन्होंने मृतक महिला के तीन साल बच्चे को अपने साथ लेकर थाना ले आये। वही बच्चा इतना डरा और सहमा है कि वो पुलिस को कुछ नहीं बता पा रहा है। इंस्पेक्टर ने बताया कि महिला का घर का पता नहीं चल पाया है , पुलिस पता कर रही है।
उल्लेखनीय है कि मुंगेर का श्री कृष्ण सेतु गंगा पुल है जो खगड़िया और मुंगरे जिले को जोड़ती है ,पुल पर काम करा रहे सुपरवाइजर पुनीत कुमार सिंह ने बताया कि महिला करीब 9 बजे ही अपने 3 साल के बेटे को लेकर ही पुल पर आ गई थी और रो रही थी , जब हमने व हमारे मजदूरों ने पूछा तो कही हम आज अपनी जान दे देंगे , अब हम नही बचेंगे । हमारे सास, ससुर और ननद ने मिलकर मुझे बहुत मारा पीटा है । हमेशा मेरे साथ मारपीट की घटना करता है । मेरे पति बाहर पंजाब में काम करते है । लोग हमेशा प्रताड़ित करता है इसलिए जान दे देंगे । पुल पर काम कर रहे पुनीत सिंह ने कहा कि महिला काफी गुस्से में थी और महिला के शरीर पर काफी चोट के निशान दिख रहे थे, मगर हमलोग समझाए कुछ खाने को दिए तो वह खाई भी । मगर 11 बजे के बाद फिर किया हुआ उसने अपने बच्चे को सड़क किनारे छोड़ दी और रेलिंग फांद कर गंगा में छलांग लगा ली, जो गंगा नदी के तेज बहाव में जा पंहुची । काफी चिल्लाने के बाद कुछ मछुआरे ने उस महिला को 300 सौ मीटर पर जाकर पकड़ा और बाहर निकाला तो महिला के जान लगभग जा चुकी थी । तभी sdrf की टीम पंहुचकर महिला को नदी से बाहर कर शव पुलिस को सौंप दिया । इधर मरने से पहले महिला ने मजदूरों को अपनी पहचान मुफस्मुसिल थाने झेत्र के तोफिर गांव की रहने बाली बताई थी ।