विजय शंकर
पटना । भाजपा के संस्थापक सदस्य भाजपा एवं राज्य सभा के पूर्व सांसद आर.के. सिन्हा ने आज कहा कि किसान भ्रमित न हों-यह सोचें कि किसानों के इस आन्दोलन का संचालन राष्ट्रविरोधी तत्व क्यों और कैसे करने लग गये हैं ? मैंने पहले भी कहा था कि यह जो किसानों का असमय आन्दोलन शुरू हुआ है, यह किसानों के हित में नहीं । उन्होंने कहा कि किसानों को ऐसे राष्ट्रविरोधी आंदोलन से सावधान हो जाना चाहिए । ऐसे लोग जो भ्रमित कर रहें किसानों को, उनसे दूर रहना चाहिये और उनका पर्दाफाश करना चाहिये ।
पूर्व सांसद आर.के. सिन्हा ने आज कहा कि पहली बात तो यह है कि इसमें न तो तथ्य है न ही कोई मुद्दा है । दूसरी बात यह है कि यह किसानों का अखिल भारतीय आन्दोलन नहीं है, जैसा कि पहले बताया जा रहा था। यह मात्र पंजाब के कुछ किसानों का आन्दोलन है। तीसरी बात यह है कि इसमें अब देश विरोधी तत्व हैं, जो कि समय-समय पर नागरिकता संशोधन का, एन.आर.सी का, धारा 370 का विरोध करते रहें हैं, ये सब टुकड़े-टुकड़े गैंग वाले राष्ट्रद्रोही भी इसमें जुड गये है।
उन्होंने कहा कि मै स्वयं किसान हूँ । कोई भी मेरे खेत पर आकर देख सकता है कि मैं बिना रसायनिक खाद और कीटनाशक के जैविक खेती करता हूँ और गांव-गांव घूमकर ‘‘विषमुक्त आहार अभियान’’ से जुड़ने के लिये प्रेरित करता हूँ । मैं गांवों में घूमता हूँ । किसी भी किसान को नये कानून से तकलीफ नहीं है, वे खुश है। क्योंकि, वे अपना सामान जहां चाहे वहां जाकर बेच सकते हैं। मंडी की दादागीरी अब नहीं है। ऐसी स्थिति में किसानों को ऐसे राष्ट्रविरोधी आंदोलन से सावधान हो जाना चाहिए। ऐसे लोग जो भ्रमित कर रहें किसानों को, उनसे दूर रहना चाहिये और उनका पर्दाफाश करना चाहिये ।