मुंगेर विश्व विद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल
दीक्षांत समारोह में अन्य 440 विद्यार्थियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण
मनीष कुमार
मुंगेर। शनिवार को बिहार के कुलाधिपति सह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खा आज मुंगेर पहुंचे। आरडी एंड डीजे कालेज परिसर मे आयोजित मुंगेर विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए और समारोह की अध्यक्षता की। राज्यपाल हेलीकॉप्टर मुंगेर के पांच नंबर रेलवे गुमटी के पास स्थित आरडी एंड डीजे कालेज के खेल मैदान में बने हेलीपैड पर सुबह ग्यारह बजे उतरे । जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर मुंगेर विश्व विद्यालय के कुलपति संजय कुमार, कुलसचिव डॉक्टर कर्नल विजय कुमार ठाकुर, जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह, डीआईजी राकेश कुमार एसपी सैयद इमरान मसूद मौजूद थे। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 48 गोल्ड मेडलिस्टों को मेडल व प्रमाण पत्र दिया। वहीं अन्य 440 विद्यार्थियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।। राज्यपाल विश्वविद्यालय में लगभग ढ़ाई घंटे तक रहे इसके बाद वे श्रीकृष्ण सेवा सदन पुस्तकालय गए। यहां वे आधुनिक बिहार के शिल्पकार तथा प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के जीवन से जुड़ी वस्तुओं तथा उनके विरासतों से अवगत हुए।
राज्यपाल ने कहा कि यह ज्ञान प्राप्ति का अंतिम दिन नहीं, हम जीवन भर सीखते हैं। जिस दिन हम कुछ नहीं सीखते मानो हमने वह दिन नष्ट कर दिया।केवल माता-पिता एवं गुरु ही यह चाहते हैं कि उनकी संतान या उनके शिष्य उनसे आगे बढ़े शेष लोगों की मानसिकता तो दूसरे को पहचानने वाली होती है। ऐसे में आप अपने माता-पिता एवं गुरुजनों का आदर करें उनका सम्मान करें अपने जीवन में विनम्रता को लाइए इसके बिना कोई भी परिश्रम पली भूत नहीं हो सकता है। आज आपके ज्ञान प्राप्ति के विश्राम का दिन नहीं है आप जीवन में हमेशा कुछ ना कुछ सीखने रहेंगे जिस दिन आप कुछ नहीं सीखेंगे समझे कि वह दिन बर्बाद चला गया ।उन्होंने कहा कि आज बिहार दिवस भी है यह दिन अपने विरासत के दिशा करने का दिन है आप दिशा करेंगे तो आपको गर्व की अनुभूति होगी बिहार भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक एवं राजनीति का केंद्र रहा है पर आज नहीं है ऐसे में हमें अपनी इस विरासत को जिंदा करने का प्रयास करना चाहिए बिहार की भूमि ने देश को अनूप प्रेरित किया है यह भूमि भगवान बुद्ध महावीर आर्यभट्ट एवं गुरु गोविंद सिंह की भूमि है महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन के अंतिम समय में पूछने पर शिष्यों को कहा था कि आप सत्य की खुद तलाश करें क्योंकि मानस या विजन अथवा कल्पना शक्ति प्रकृति ने केवल मनुष्य को दिया है ऐसे में इंसान को अपने कल्पना शक्ति का प्रयोग करना चाहिए यदि कोई मानव अपने लिए जिंदा रहता है तो वह मानव नहीं पशु के समान है आप अपनी योग्यता और क्षमता का इस्तेमाल अपने और अपने परिवार तथा इससे भी ऊपर देश के लिए करें विश्वविद्यालय पर हर व्यक्ति का हक है यहां से ज्ञान प्राप्त करने वाले को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि जब तक आप गरीबों को अशिक्षितों के उत्थान का प्रयास नहीं करते हैं तो वह समाज के गद्दार हैं विश्वविद्यालय को बनाने में गरीबों और अशिक्षितों की भी भूमिका है उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है उन्होंने विद्यालय का मुंह नहीं देखा परंतु उन्होंने और प्रत्यक्ष रूप से इसके निर्माण में सहयोग किया
मुख्य वक्ता तथा सम्मानित अतिथि गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामशंकर दूबे ने अपने दीक्षांत भाषण में कहा कि मुंगेर मानवता का पथ प्रदर्शक रहा है अंग महाजनपद ऋषि महर्षियों की तपोभूमि रही है यह सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत का केंद्र रहा है यह महावीर और ध्यान योग साधना आदि को अपने आप में संजोए हुए हैं उन्होंने दीक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों से कहा कि यह पवन समारोह छात्रों को उनकी प्रतिभा एवं ज्ञान को व्यवहारिक जीवन में उतरने के लिए आयोजित का संदेश देने के लिए आयोजित किया गया है ।
अधीक्षक समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खा तथा संचालन कुल सचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर तथा विद्या कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से किया इस मौके पर राज्यपाल ने विभिन्न छात्रों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कुल 48 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा समापन डीएसडब्ल्यू भवेश चंद्र पांडे के धन्यवाद ज्ञापन वह राष्ट्रगान से किया गया।