धनबाद ब्यूरो
सिंदरी-(धनबाद) : बीआईटी सिंदरी में नवचयनित छात्रों के इन्डक्शन कार्यक्रम के पांचवें दिन योग व व्यायाम सेशन मे योग शिक्षक विश्राम सिंह व आरके गुप्ता ने कमर दर्द, गैस अपच के बचाव हेतु व्यायाम बताये। फिर छात्रों के बीच योग प्रतियोगिता भी करायी।
अगले सेशन में वक्ता के रूप में संस्थान की पूर्ववर्ती को छात्रा व भारत सरकार के जेम में वाइस प्रेसीडेन्ट मिस लिली प्रसाद ने अपने अनुभव को साझा किया और उन्हें कॉलेज के बाद पेशेवर जीवन की एक उज्ज्वल झलक दी। सफलता के चार मूल मंत्र समझाते हुए उन्होंने कहा कि संस्थान से स्नॉतक प्राप्त करने के पश्चात् भी सीखने की प्रक्रिया रुकनी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा “हमेशा पढ़ाई के बारे में सोचने के साथ छात्रों को नवीन एवं अभिनव चीज़ें सीखने का प्रयास करना चाहिए जिससे कार्य में रुचि बनी रहे। अगले वक्ता के रूप में बीएसएनएल के रांची अंचल के महाप्रबंधक उमेश प्रसाद साह जिन्होंने ‘कल्पना टॉकीज’ नामक एक पुस्तक जिसमें बीआईटी में अपने जीवन का वर्णन किया है लिखा है अपने भाषण में उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति पर ज़ोर दिया। कहा गलत चीजों व संगत को कभी भी और किसी के दबाव में कभी नही स्वीकारना चाहिए। यह सफलता का पहला वचन होता है। उन्होंने छात्रों को खुद का व्यवसाय स्थापित करने की प्रेरणा दी और कहा सरकारी इन योजनाओं के लिये हमेशा सहयोगी के रूप में खडी है।
कार्यक्रम के अंतिम वक्ता 1984 सत्र के पूर्ववर्ती छात्र श्री कमल नाथ थे जो सिफी टेक्नोलॉजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं । बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में ज्ञान का जो भंडार है उससे सीखिये । जीवन मे बहुत सारे न्वाइज और सांउड आयेगें। सांउड के पहचना होगा तभी सफलता मिलेगी। और इसको पहचाने के लिये सावधान रहना होगा। इसके पश्चात् अंतिम सत्र में संस्थान के क्लब प्रयास इंडिया, रोट्रेक्ट क्लब, एस. ए. ई. तथा सर्जना ने छात्रों को अपने बारे मे बताया । माॅडल क्लब ने रोबोटिक्स पर ट्रेनिग जारी रखी।