अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन रामकथा कला प्रदर्शनी में मिथिला पेंटिंग कलाकार तथा बनगाँव, सहरसा की बेटी अमृता शाम्भवी द्वारा निर्मित माता जानकी पर केंद्रित ‘सीतायन’ को शामिल किया गया

vijay shankar

पटना : अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी के शुभ अवसर पर अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन रामकथा कला प्रदर्शनी में मिथिला पेंटिंग कलाकार तथा बनगाँव, सहरसा की बेटी अमृता शाम्भवी द्वारा निर्मित माता जानकी पर केंद्रित ‘सीतायन’ को शामिल किया गया है।


उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना से प्रशिक्षण प्राप्त अमृता ने बिहार स्टार्टअप योजना के अंतर्गत पटना में बिहार आर्ट गैलरी की स्थापना करके मिथिला पेंटिंग एवं बिहार के अन्य कला व शिल्पों को संरक्षित, संपोषित एवं संवर्द्धित करने में जुटी हुई है।
हाल ही में बिहार म्यूजियम, पटना में आयोजित छह दिवसीय “परंपरागत मिथिला पेंटिंग कार्यशाला सह प्रशिक्षण” में मिथिला, बिहार और देश-विदेश के सुप्रसिद्ध कलाकारों के सान्निध्य में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को अपनी तूलिका और प्राकृतिक रंगों से कैनवास पर उकेरा। उसकी कलाकृति को प्रदर्शनी में भरपूर सराहना मिली। इस अवसर पर उसे पद्मश्री बौआ देवी, पद्मश्री दुलारी देवी, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कलाकार एवं प्राकृतिक रंगों की विशेषज्ञ श्रीमती मोती कर्ण तथा अंतरराष्ट्रीय कलाकार श्रीमती रागिनी उपाध्याय के साथ-साथ बिहार संग्रहालय के महानिदेशक तथा अपर निदेशक,कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव, बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जैसे बिहार सरकार के वरीय पदाधिकारियों के आशीर्वाद के अतिरिक्त प्रशस्ति पत्र भी मिला।

 

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मंदिरों एवं घरों में जलाने के लिए अमृता शाम्भवी ने श्रीराम ज्योति बनाकर बाजार में उपलब्ध कराया है, जिसकी काफी चर्चा एवं मांग हो रही है।
अमरनाथ मंदिर, जयप्रकाश नगर, पटना स्थित बिहार आर्ट गैलरी के काउंटर पर तथा ऑनलाइन आर्डर पर उपलब्ध सुनहरे रंगों में बने आकर्षक दीपों सेट लोगों को खूब भा रहे हैं।

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