दो साल पूर्व दुर्गा बिषर्जन में हुई थी अनुराग की हत्या
मनीष कुमार
munger : सीआईडी विभाग के स्पेशल टीम और एफएसएल की टीम सीआईडी डीएसपी आलोक के नेतृत्व में पहुंची मुंगेर । बहुचर्चित अनुराग हत्याकांड में घटना स्थल पे कर रही थी डिजिटल साक्ष्य को क्लेक्ट । इसे पूरे मामले में भी सीआईडी की टीम मुंगेर पहुंच कर घटना स्थल पर कर चुकी है जांच ।
मुंगेर में वर्ष 2020 में 26 अक्तूबर की वो काली रात जिस दिन दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भगदड़ मचने में चली गोली से एक व्यवसाई बेकापुर निवासी अमरनाथ पोद्दार के एकलौते पुत्र अनुराग पोद्दार की गोली लगने से मौत हो गई । उस समय से ले कर आज तक यह मामला काफी चर्चा में बना हुआ है । इस मामले को ले पीड़ित परिवार ने हाई कोर्ट का शरण लिया जिसके बाद जिले के एक पुलिस पदाधिकारी सुशील कुमार पे हत्याकांड में संलिप्त होने का आरोप लगाते कोतवाली थाना ने हाई कोर्ट के आदेश के बाद केस दर्ज किया । साथ ही हाई कोर्ट ने इस मामले के मार्च 2021 में जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंप दिया था। तब से ले कर आज तक सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है । पर अब तक सीआईडी के द्वारा जांच रिपोर्ट हाई कोर्ट में नही सौंपा गया है। और आज मंगलवार को इस मामले की जांच को लेकर सीआईडी की टीम एफएसएल के साथ सीआईडी की डीएसपी आलोक के नेतृत्व में घटना स्थल कोतवाली थाना क्षेत्र के गुलज़ार पोखर दीनदयाल चौक पहुंची । जहां से टीम के द्वारा डिजिटली एविडेंस को कलेक्ट किया जा रहा है । ताकि हाई कोर्ट में सीआईडी अपना जांच रिपोर्ट सौंप सके ।इस जांच कर्म में सीआईडी के डीएसपी समेत दो इंस्पेक्टर दी सबइंस्पेक्टर और एक हवलदार थी, वही एफएसएल की दश सदस्यीय टीम पटना से पंहुची थी।तकरीबन पांच से छः घंटे घटना स्थल पर जांच की गई हरेक बिंदु को खंगाला जा रहा था इस जांच कर्म में दीनदयाल चौक से गांधी चौक तक सड़क को नाकाबंदी कर दिया गया था,किसी भी व्यक्ति या गाड़ी की आवाजाही पर रोक लगी हुई थी। भाड़ी संख्या में कोतवाली ,कासिम बाज़ार और पूरबसराय थाना की पुलिस पुरुष और महिला अधिकारी तैनात थे,तथा पुलिस बल तैनात थी बताते चले की इससे पहले भी सीआईडी और एफएसएल के द्वारा घटना स्थल पर पहुंच कर जांच कर चुकी है । वहीं इस सारे प्रकरण में पीड़ित परिवार के वकील ओम प्रकाश ने बताया कि एक साल से ऊपर बीतने के बाद भी सीआईडी ने अब तक अपना जांच रिपोर्ट सबमिट नही किया है । जबकि हाई कोर्ट ने तीन माह के अंदर ही अपना जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश सीआईडी को दिया था ।
अब देखना यह है कि आखिर कबतक सीआईडी द्वारा इस जांच में सही एविडेंस जुटाकर हाई कोर्ट को सौंपती है और दोषियों पर कार्रवाई कब होती है।