– वर्चुअल के माध्यम से पथ निर्माण मंत्री नितिन गडकरी, गिरिराज सिंह।साथ मे कई मंत्री सांसद और विधायक किए शिरकत।
– बीस वर्षो के बाद सपना पूरा हुआ प्रमंडल के लोगों का, लोगो में ख़ुशी
मनीष कुमार
मुंगेर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुंगेर पुल का लोकार्पण किया । वर्चुअल के माध्यम से पथ निर्माण मंत्री नितिन गडकरी, गिरिराज सिंह के साथ मे कई मंत्री सांसद और विधायक ने भी शिरकत की ।करीब बीस वर्षो के इंतजार के बाद प्रमंडल के लोगों का सपना पूरा हुआ । पुल के लोकार्पण के बाद लोगो में ख़ुशी दिख रही है ।
उल्लेखनीय है कि सन:2002 में पुल की नीव डाली गई थी । स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा शिलान्यास हुआ था ।पांच वर्षों में होना था पुल का कार्य मगर कार्य पुरा होने में लग गए 20 वर्ष।
आज का दिन मुंगेर वासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है. जो मुंगेर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा. क्योंकि आज एनएच-80 का एनएच 31 से मिलन हो गया, इसके लिए श्री कृष्ण सेतु बन तैैयार खड़ा है । आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा पर बने श्री कृष्ण सेतु रेल सह सड़क पुल का लोकार्पण किया । इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वर्चुअल माध्यम से जुड़ें । लोकार्पण को ले तैयारी पूरी देखी गई ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुंगेर सड़क सह रेल पुल का लोकार्पण किया तब साथ मे उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद,रेणु देवी जबकि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और गिरिराज सिंह वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे । कार्यक्रम में जुड़कर आम लोगों को पुल समर्पित किया गया ।
साथ ही स्थानीय सांसद राजीव रंजन सिंह ललन सिंह के अलावा कई मंत्री बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन,ग्रामीण बिभाग मंत्री सम्राट चौधरी मुंगेर विधायक प्रणव यादव,तारापुर विधायक राजीव सिंह के अलावा कई जदयू भाजपा के नेतागण और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
इसकी जानकारी मुंगेर भाजपा विधायक प्रणव कुमार ने दी और कहा कि आज बिहार को एक नही दो दो पूल का बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने लोकार्पण किया । नीतीश कुमार आज एनएच 80 पे बने मुंगेर जिले के घोरघट पूल के पास बने हेलीपैड पर उतर कर घोरघट पूल का उद्घाटन किया । उसके बाद सड़क मार्ग से मुंगेर गंगा ब्रिज के लोकार्पण के लिए बने समारोह स्थल पर पहुंच कर 18.267 किलोमीटर लंबे पूल का लोकार्पण किया । उसके बाद गंगा पूल को सड़क मार्ग से क्रॉस करते हुए गंगा पार खगड़िया साइड पहुंच हवाई मार्ग से पटना के लिए रवाना हो गए ।
बताते चले कि इस पुल के निर्माण का निर्णय उस समय लिया गया, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रेल मंत्री थे. इसका शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सन 2002 में किया था । उस समय रेल सह सड़क पुल की बनने की समय सीमा पांच वर्ष निर्धारित की गई थी मगर पुल का कार्य पूरा नही हुआ जो बनने में पूरा समय 20 वर्ष लग गया । इस पुल में रेल ने थोड़ा कार्य मे तेजी लाई तो सन 2017 के मई माह में रेल मार्ग को चालू कर दिया जिसे थोड़ी आस लोगो की जगी । अब जल्द ही सड़क मार्ग भी बन जायेगा मगर कुछ एप्रोच पथ में दुबिधा होने की बजह से पुल का सड़क मार्ग बनने में बिलंब हुई मगर बिलंब होने के साथ-साथ आज लोगो मे निरास की किरण बुझी और खुशी देखमे को मिली है ।
लोकार्पण के लिए बने सभा स्थल पर तैयारी पूरी कर ली गई थी ।एप्रोच पथ एवं रेल सह सड़क पुल की कुल लंबाई जोड़ दें तो एनएच 333बी कुल लंबाई 18.267 किलोमीटर होगी. जिसके निर्माण 2777 करोड़ की लागत से जबकि यह एनएच 333बी खगड़िया एवं बेगूसराय के बीच एनएच 31 को तथा मुंगेर के तेलिया तालाब के पास एनएच 80 को आपस में जोड़ेगा.। एप्रोच पथ में कुल लागत 696 करोड़ की राशि लगी है। गंगा सड़क पुल के निर्माण से मुंगेर का आर्थिक, औद्योगिक एवं सामाजिक विकास होगा. ।लोकापर्ण को लेकर सुरक्षा एकी परिंदा भी पर नही मार सके । सभा स्थल का चारो ओर पुलिसकर्मियों और दण्डाधिकारी की नियुक्ति की गई थी । सादे लिवास में पुलिस अधिकारी नजर बनाए हुए थे सुरक्षा को लेकर।
इस रेल सह सड़क पुल का नाम बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण के नाम से कृष्ण सेतु रखा गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पुल के नीब जब डाली गई थी दिसम्बर 2002 में स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी जी के द्वारा उस समय हम रेल मंत्री थे मगर पुल बनने में थोड़ी देर हुई । उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से बात कर समस्या से लोगो को मुआवजा दिलवा कर पुल के कार्य मे तेजी लाई गई । वही इस एप्रोच पथ में एक जगह कबिस्तान की भी जमीन से समस्या सामने आई । उसे भी मुंगेर के जिलाधिकारी के द्वारा थोड़ा साइड कर सड़क को ले जाने का काम करा कर । आज लोगो के बीच इस गंगा पर बने रेल सह सड़क पुल को समर्पित करने आए है । इस पुल के चालू होने से मुंगेर कमिसनरी की दूरी अब कम हो गई और लोगो के बीच जो दूरी थी आवागमन की वह भी दूर हो गई है। हम मुंगेर वासियो से काफी खुश है । 2002 में जब इस पुल की नींव जब डाली गई थी तो पूरे मुंगेर शहर में घर-घर मे दिप जलाकर दीपावली मनाई गई थी । आज हम फिर मुंगेर वासियों से निबेदन करते है कि आज भी आपलोग उसी तरह की खुशी इजहार करते हुए आपलोग अपने घरों में दीपक जलाकर दीपावली मनाए।
पुल के लोकापर्ण के बाद लोगो का हुजूम देखने को मिला । पुल पर लोग अपनी बेस्व्री से इंतजार की घड़ियां को पार करते दिखे और पुल पर तेजी से लोग आवागमन करने लगे बेगूसराय-खगड़िया के लोग उसपार से इस पर और मुंगेर के लोग इस पर से उस पर जाते दिखे लोग। इस पुल के चालू होने से लोगो के आंखों में खुशियां देखने को मिली । बुजुर्गो ने कहा, हम तो सपना देख रहे थे कि कब पुल चालू होगी हम देख सकेंगे कि नही मगर आज मेरा सपना पूरा हो गया है।
वही नौजवानों ने भी खुसी दिखी व लोग नाचते झूमते नजर आए । बच्चा -महिला और नौजवान-बुजुर्ग सभी के चेहरे पर खुशी दिख रही थी । पुल के चालू होने से बेगूसराय खगड़िया और मुंगेर जिलो में व्यवसाय का नया मार्ग मिलने के आसार है । लोग आत्म निर्भर होंगे व अपना जीविका का कार्य करेंगे । वेसे पुल तो चालू हो गया है मगर एप्रोच पथ का कार्य अभी बहुत जगहों पर अधूरा है । अब देखना है कि इस बचे एप्रोच पथ का कार्य कबतक पूरा होता है।