आयोग के आदेश पर रचना पाटिल नए जिलाधिकारी और मानवजीत सिंह ढिल्लो बने नये एसपी, मगध के प्रमंडलीय आयुक्त से एक सप्ताह के अन्दर पूरी घटना पर रिपोर्ट भी मांगी, बड़ी दुर्गा के 4 घंटे तक रुकने से प्रशासन ने आपा खोया , हुआ बवाल व फायरिंग,राजनितिक रसूकदार एसपी के होने से उन्होंने अपना विवेक खो दिया और जिलाधिकारी की नहीं चलने दी ।
विजय शंकर
पटना । बिहार के मुंगेर में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग में एक शख्स मौत के मौत का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है । एक तरफ जहां इस मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है तो वहीं दूसरी तरफ मुंगेर के लोगों में खासा आक्रोश है । घटना को लेकर फैली अफवाहों के कारण हिंसक लोगों को हवा मिल रही है । गुरुवार लोगों का आक्रोश एक बार फिर से देखने को मिला और लोगों ने गुस्सा दिखाते हुए जिला मुख्यालय स्थित एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की । इस दौरान उग्र लोगों ने कई गाड़ियों में आग भी लगा दी है और थाने पर पथराव किया । उपद्रव और आगजनी की घटना के बाद शहर का माहौल काफी तनावपूर्ण बन गया है ।
इधर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चुनाव आयोग ने मुंगेर की घटना पर संज्ञान लिया और जिलाधिकारी राजेश मीणा और एसपी लिपी सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया । साथ ही मगध के प्रमंडलीय आयुक्त से एक सप्ताह के अन्दर पूरी घटा पर रिपोर्ट भी मांगी है । फ़िलहाल चुनाव आयोग के आदेश पर राज्य सरकार ने रचना पाटिल को जिलाधिकारी और मानवजीत सिंह ढिल्लो को मुंगेर का नया एसपी नियुक्त कर दिया है । दोनों अधिकारी आज ही मुंगेर जाकर अपना-अपना कार्यभार भी संभल लेंगे ।
नाराज लोगों ने पुलिस और सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी लेकिन कार्रवाई नहीं होने के बाद आज लोगों ने उग्र रुप अपना लिया और जिला मुख्यालय स्थित एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी की ।
उल्लेखनीय है कि 26 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान मुंगेर में अचानक भगदड़ मच गई, जिसके बाद पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर दिया। इसके बाद फायरिंग कर दी गई, जिसमें एक युवक की मौत हो गई। उसके बाद मुंगेर में देखते ही देखते पुलिस और पब्लिक के बीच तनाव फैल गया। कहा जाता है कि मुंगेर से सबसे पहले बड़ी दुर्गा के विसर्जन कि परम्परा रही है । बड़ी दुर्गा जब विसर्जन की राह में थी तभी प्रशासन के अधिकारीयों ने दबाव बनाया जिससे कंधे पर ले जा रहे लोग गुस्से में प्रतिमा को छोड़ दिया जिससे 4 घंटे तक बड़ी दुर्गा रुक गयी और विसर्जन के लिए अन्य मूर्तियाँ भी रुक गयी । मगर प्रशासन के अधिकारी विसर्जन के लिए दबाव डालने लगे और फिर लोगों का विरोध हुआ और घटना हो गयी । प्रशासन के लोग संयम से काम लेते तो इस घटना को रोका जा सकता था । लोग कहते हैं कि एसपी के आगे जिलाधिकारी विवश हो गए जिससे उनके लिए नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो गया और फिर बवाल हो गया । राजनितिक रसूकदार एसपी के होने से उन्होंने अपना विवेक खो दिया और जिलाधिकारी की नहीं चलने दी ।
बता दें कि मुंगेर में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान लाठीचार्ज की घटना हुई थी । इस दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की जान भी चली गई थी जबकि चार अन्य लोगों को गोली लगने की बात मीडिया रिपोर्ट में सामने आई थी । लोगों ने फायरिंग का आरोप पुलिस पर लगाया है और लगातार वहां की एसपी लिपि सिंह को हटाने की मांग कर रहे थे ।
मुंगेर पर नीतीश कुमार-सुशील मोदी से गद्दी छोड़ने के लिए पीएम मोदी से कांग्रेस ने की मांग
मुंगेर में हुई इस घटना के बाद से बिहार की राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है । आज कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला एवं प्रवक्ता, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पवन खेड़ा ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी इन 5 किया है और उनसे सवालों का जवाब माँगा है । साथ ही साफ़ तौर पर कहा है कि नीतीश कुमार-सुशील मोदी को एक क्षण भी गद्दी पर बने रहने का अधिकार नहीं।
1. मुंगेर में मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन कर रहे भक्तों को बगैर कारण जानवरों की तरह पीटने का जिम्मेवार कौन?
2. मुंगेर के 8 निवासियों पर पुलिस द्वारा गोली चलाने व उन्हें घायल करने का जिम्मेवार कौन?
3. मुंगेर में मासूम अनुराग कुमार के सर पर गोली मार उस निर्दोष का भेजा उड़ाने का जिम्मेवार कौन?
4. मुंगेर में 72 घंटे से जनता को न्याय देने की बजाए प्रथम दृष्टि से दोषी एसपी और कलेक्टर को बचाने के षड़यंत्र का जिम्मेवार कौन?
5. मुंगेर हिंसा में जदयू-भाजपा सरकार के महाजंगल राज का जिम्मेवार कौन?
प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी सवालों का जवाब दें।
उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जस्टिस से पूरे घटना की जांच की मांग
वहीँ बुधवार को तेजस्वी यादव ने भी प्रेस वार्ता कर मुंगेर मामले में कड़ी कार्रवाई के साथ ही उच्च न्यायालय के किसी रिटायर्ड जस्टिस से पूरे घटना की जांच की मांग की थी । इस मुद्दे को चिराग पासवान भी लगातार उठा रहे हैं और सरकार को घरेने की कोशिश कर रहे हैं ।