स्वास्थ्य बिभाग की बड़ी लापरवाही से 50 से उपड स्कूली बच्चे हुए बीमार, दहशत में अभिभावक
एल्बेंडाजोल दवा खाने से स्कूली बच्चे पड़े बीमार, सभी बच्चों का इलाज बरियारपुर के पीएचसी किया जा रहा
बरियारपुर प्रखंड अंतर्गत घोरघट गांव के सरकारी विद्यालय के बच्चों की घटना
मनीष कुमार
मुंगेर : मुंगेर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने नजर आई है जंहा बरियारपुर प्रखंड के शाह जुबेर मध्य विद्यालय घोरघट में 300 बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाया गया टेबलेट खाते ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी कई बच्चों के सिर चकराने लगे एवं कई बच्चे बेहोशी की हालत में पहुंचने लगे लगभग 50 बच्चों की स्थिति ज्यादा गंभीर होते देख एंबुलेंस के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरियारपुर लाया गया जहां पर दर्जनों बच्चों को ऑक्सीजन एवं सलाईन लगाया गया और बहुत से बच्चों को केवल स्लाइन लगाया गया एवं चिकित्सा के तहत कई अन्य दवाई दी गई हालांकि अब सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना जैसे ही जिला प्रशासन को मिली वैसे ही मुंगेर एसडीएम खुश्बू गुप्ता, एसडीपीओ नंद जी प्रसाद, सिविल सर्जन सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरियारपुर पहुंचे। सिविल सर्जन डॉ आनंद शंकर ने बताया कि एल्बेंडाजोल टेबलेट को मध्यान भोजन खाना खाने के बाद बच्चों को देनी थी लेकिन लेकिन भोजन से पहले और हड़बड़ी के कारण बच्चों को दवाई पहले दे दी गई जिसके कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और उसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां सभी बच्चे ठीक है।थोड़ी बच्चों में दहसत बना हुआ है और बच्चों के अभिभावक में भी दहसत है मगर अब सभी बच्चों में सुधार देखने को मिल रहा है जो जल्द ही सभी बच्चे स्वस्थ हो जाएंगे लगभग 50 से ऊपर बच्चों ने दबा खाई थी और जो बच्चे नही खाई वह सिर्फ दहसत से बीमार पड़ गए है सभी नॉर्मल है और खतरे से बाहर है सभी बच्चे।यह दबा पेट की कीड़ा की थी जब कीड़ा मरता है तो उल्टी होती है,जब बड़ा आदमी इस तरीके की दबा खाते है उन्हें बरदास नही होता है तो यह तो बच्चे ही है।यह दबा स्टेट हेडक्वार्टर से ही भेजी जाती है दबा हमलोग इस दबा को नही खरीदते है। अभी जिले के स्कूलों में दबा देनी है बच्चों को जो चार पांच दिनों के लिए रोक लगा दी गई है।और आगे से जो भो बच्चों को दबा दी जाएगी तो पहले बच्चों को जांच की जाएगी जो बच्चे बीमार रहेंगे खाँसी सर्दी बुखार रहेगा तो वैसे बच्चों को दबा नही दी जाएगी फिलाल अभी जिले इस दबा की रोक लगा दी गई है।