धनबाद ब्यूरो

धनबाद : वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों के उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह के निर्देश पर सर्किट हाउस स्थित कोविड वार रूम के होम आइसोलेशन विभाग से तीन शिफ्ट में 24 घंटे मरीजों का टेलीफोन द्वारा ऑनलाइन परामर्श किया जाता है। विभाग के नोडल पदाधिकारी डॉ. एसएम जफरुल्लाह एवं रुपेश कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रति दिन करीब 180 से अधिक लोगों का फोन आता है। जिसे अभिषेक कुमार सिंह, टिंकू चंद्र दान, काजल देवी, मंजीत कुमार, बालदेव महतो रिसीव करते हैं। फोन करने वाले अधिकतर मरीज पूछते हैं, हेलो सर !! सर, बताए, मेरा एसपी ओ2 95 है। यह ठीक है या नहीं ?? सर मेरा एसपी ओ2 93 है, क्या मैं ठीक हूं? सर प्लीज बताइए, मुझे क्या करना चाहिए? कई मरीज कहते हैं, सर हमें डॉक्टर से संपर्क कराएं। हम अपनी जांच कब कराएं? सर, हम कब डिस्चार्ज होंगे? दवा को कब कब और कैसे लेना है ? जैसे सवालों का समाधान किया जाता है। आज से डॉ. एमपी साहा ने होम आइसोलेशन विभाग में योगदान दिया है। मरीजों को बताया जाता है कि वे अपना एसपी ओ2, ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान, पल्स को हिम्मत एप पर अपलोड करते रहिए। हिम्मत एप पर अपलोड किए गए डाटा की सतत निगरानी की जाती है। यदि किसी मरीज का एसपी ओ2 94 से कम है, तो हिम्मत एप पर अलर्ट और एसओएस आ जाता है। मरीज के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए उसे शीघ्र अस्पताल में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू होती है। डीएमएफटी के शकुन शान, अगम शाह ने होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए हिम्मत एप डेवलप किया है।
होम आइसोलेशन के प्रशासनिक नोडल पदाधिकारी सह अनुमंडल दंडाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि होम आइसोलेशन के मरीजों को 24 घंटे के अंदर उनके घर पर पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क, आवश्यक दवाइयां इत्यादि हेल्थ किट के रूप में पहुंचाई जाती है। साथ में यह हिदायत भी दी जाती है कि मरीज हर 3 घंटे के अंतराल पर हिम्मत एप में अपने वाइटल अपलोड करें। वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में संक्रमित होने वाले 45 वर्ष से कम उम्र के एसिंप्टोमेटिक एवं हल्के लक्षण वाले मरीजों को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद होम आइसोलेशन की सुविधा कुछ शर्तों के साथ देता है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज के लिए अलग हवादार कमरा, अटैच बाथरूम, एक केयरटेकर, मोबाइल फोन पर हिम्मत एप डाउनलोड करना तथा होम आइसोलेशन की शर्तों का पालन करना अनिवार्य है। शर्तों का उल्लंघन करने वाले कई लोगों का होम एसोसिएशन कैंसिल हुआ है और उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
उल्लेखनीय है कि वार रूम शुरू होने से लेकर अब तक मरीजों के 615 कॉल आए हैं। 7 मरीजों को अस्पताल में रेफर किया गया है। होम आइसोलेशन में एक भी मरीज की मृत्यु नही हुई है। 461 का होम आइसोलेशन अप्रूव हुआ है। 220 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। प्रेस विज्ञप्ति जारी करने तक आज 270 लोगों ने कॉल किया है। यहां से 3670 कॉल मरीजों को किए गए हैं।

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