मन की बात: पीएम मोदी ने डॉक्टरों, नर्सों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोविड पेशेंट के अनुभवों को किया साझा
नेशनल ब्यूरो
नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 76वें एपिसोड के दौरान देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों, नर्सों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोविड पेशेंट के अनुभवों को देश की जनता के साथ साझा किया। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर भी साफ किया कि वैक्सीन की अहमियत सभी को पता चल रही है। किसी अफवाह में न आएं। उन्होंने कहा कि जिलों के सदर अस्पतालों में लगेंगे आक्सीजन प्लान्ट ताकि हर जरूरतमंद को आसानी से आक्सीजन मिल सके, और यह काम पीएम राहत कोष से किया जायेगा ।
पीएम मोदी ने कहा , भारत सरकार की तरफ से सभी राज्य सरकारों को फ्री वैक्सीन भेजी गई है और यह काम आगे भी जारी रहेगा। 45 साल की उम्र के ऊपर के लोग भी वैक्सीन का लाभ ले सकते हैं। एक मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगेगी। मेरा राज्यों से भी आग्रह है कि वो भारत सरकार के मुफ्त वैक्सीन अभियान का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।
महावीर जयंती की दी शुभकामनाएं
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मन की बात की पूरी चर्चा को हमने कोरोना महामारी पर ही रखा, क्योंकि, आज, हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इस बीमारी को हराना। आज भगवान महावीर जयंती भी है। इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। भगवान महावीर के सन्देश, हमें, तप और आत्म संयम की प्रेरणा देते हैं।
कोरोना को हराने वाली गुरुग्राम की प्रीति चतुवेर्दी जी ने अपने अनुभव बताए
कोरोना को मात देने वाली गुरुग्राम की प्रीति चतुवेर्दी जी ने अपना अनुभव बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें थकान महसूस हुई और गला खराब हुआ लेकिन उन्होंने जांच से पहले ही खुद को आइसोलेट कर लिया। उन्होंने योग किया, गरारे किए, काढ़ा पीया। उन्होंने कहा कि योग से उन्हें बहुत अच्छा महसूस हुआ। उन्होंने बताया कि निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी योग जारी रखा हुआ है और वह पौष्टिक आहार ले रही हैं ताकि इम्यूनिटी बेहतर रहे।
एंबुलेंस ड्राइवर प्रेम वर्मा ने अपना अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किया। प्रेम वर्मा कैट्स ऐंबुलेंस में ड्राइवर की सेवा देते हैं। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की ।
पीएम मोदी ने बेंगलुरु की सिस्टर सुरेखा से बात की। सिस्टर सुरेखा ने लोगों से अपील की कि अगर कोरोना का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत खुद को आइसोलेट करें। उन्होंने यह भी बताया कि वह खुद कोरोना टीका ले चुकी हैं और लोगों को भी लेना चाहिए।
पीएम मोदी ने रायपुर के डॉक्टर बी.आर. अम्बेडकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में अपनी सेवाएँ दे रहीं सिस्टर भावना ध्रुव जी से, कोविड काल में उनके अनुभव के बारे में, बात की। उन्होंने बताया कि कैसे मरीज पहले टेस्ट करवाने तक से डरते थे।
राज्यों से पीएम मोदी ने की ये अपील
मेरा राज्यों से भी आग्रह है, कि, वो भारत सरकार के इस मुफ़्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं। मुझे ये भी कहना है कि भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो, आगे भी चलता रहेगा।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने की डॉक्टरों की सराहना
कई डॉक्टर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जानकारी दे रहे हैं। फोन पर, व्हाट्सऐप पर भी काउंसिलिंग कर रहे हैं। कई हॉस्पिटल की वेबसाइटें हैं, जहां जानकारियाँ भी उपलब्ध हैं, और वहां आप डॉक्टर्स से, परामर्श भी ले सकते हैं। ये बहुत सराहनीय है। मुम्बई से प्रसिद्द डॉक्टर शशांक जोशी से पीएम मोदी ने की बात। डॉक्टर शशांक जी को कोरोना के इलाज और इससे जुड़ी रिसर्च का बहुत जमीनी अनुभव है, वो, इंडियन कॉलेज ऑफ फिजिशियन के डीन भी रह चुके हैं। डॉक्टर शशांक ने कहा कि रेमेडेसिविर दवा कुछ मरीजों में कारगर है लेकिन वह भी तब जब इसे शुरूआती 10 दिनों में दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिना डॉक्टर की सलाह लिए इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
एक्सपर्ट्स की सलाह को दें प्राथमिकता : पीएम मोदी
इस समय, हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए, एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। बीते दिनों इस संकट से निपटने के लिए, मेरी अलग-अलग सेक्टर के एक्सपर्ट्स के साथ, विशेषज्ञों के साथ लम्बी चर्चा हुई है। हमारी फार्मा इंडस्ट्री के लोग हों, वैक्लीन निमार्ता हों आॅक्सीजन के उत्पादन से जुड़े लोग हों या फिर मेडिकल फील्ड के जानकार, उन्होंने, अपने महत्वपूर्ण सुझाव सरकार को दिए हैं।