रांची : राज्यपाल रमेश बैस ने आज सड़क मार्ग से रामगढ़ जिलान्तर्गत गोला प्रखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र नेमरा जाकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की बहन आशा सोरेन के वैवाहिक समारोह में भाग लेकर वर-वधु को सुखद दाम्पत्य जीवन हेतु शुभकामनाएं दी।
झारखण्ड के इतिहास में ऐसा प्रथम बार है जब किसी राज्यपाल ने इतने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाकर विवाह समारोह में सम्मिलित होकर अपना आशीर्वाद प्रदान करने गये हों। माननीय राज्यपाल ने वहाँ माननीय मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन, माता श्रीमती रूपी सोरेन, उनके पिता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिबू सोरेन, उनके बच्चों, रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों से भेंट कर विस्तृत बातचीत की, उनके कुशलक्षेम की जानकारी ली। उक्त अवसर पर राज्यपाल महोदय को श्री हेमन्त सोरेन ने अपने गॉंव के संदर्भ में तथा वहाँ बिताये हुए बचपन के दिनों के बारे में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता श्री शिबू सोरेन का संघर्ष उन दिनों वहाँ से शुरू हुआ जब वहाँ सड़कें नहीं थीं, केवल जंगल ही थे, बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव था।
राज्यपाल महोदय को माननीय मुख्यमंत्री ने आसपास के पहाड़ियों एवं ग्रामों के बारे में अवगत कराया। राज्यपाल महोदय ने उक्त अवसर पर वहाँ की गतिविधियों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि वह भी एक किसान होने के नाते अपना अधिकांश समय गाँव में व्यतीत करते हैं जहाँ उनका खेत है। राज्यपाल को देखकर ग्रामवासी बहुत उत्साहित थे, विशेषकर ग्रामीण महिलाएं एवं बच्चे उनसे मिलकर बहुत खुश थे। राज्यपाल महोदय ने ग्रामीणों से व्यापक संवाद स्थापित किया। राज्यपाल महोदय को ग्रामीण अपने मध्य सहज भाव से “जनता के राज्यपाल” के रूप में मौजूदगी प्राप्त करने पर अत्यन्त ही प्रसन्न थे। उन्होंने विभिन्न मानसिक व मनोवैज्ञानिक धारणाओं के विपरीत आम आदमी की भाँति ग्रामीणों के मध्य समय व्यतीत किया तथा उनके गाँव की सौंदर्यता की सराहना की।