रविनंदन सहाय उर्फ अमर भैया की तीसरी पुण्यतिथि पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने पुण्यतिथि कार्यक्रम को ‘ समर्पण दिवस’ के रूप में मनाया
vijay shankar
पटना । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार प्रदेश के तत्वावधान में स्वर्गीय रविनंदन सहाय उर्फ अमर भैया की तृतीय पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) के प्रेक्षागृह में 24 फरवरी को आयोजित किया गया । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने पुण्यतिथि कार्यक्रम को ‘ समर्पण दिवस’ के रूप में मनाया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि रविनंदन सहाय ने जीवन भर कायस्थों की एकजुटता के लिए काम किया था और संगठन के जरिए हमेशा कायस्थ समाज के विकास और एकता के लिए वे प्रयत्नशील रहे। आज कायस्थ समाज के प्रति उनके समर्पण को याद करके हम श्रद्धांजलि देते है। रविनंदन सहाय खुद एक संवृद्ध परिवार से आते थे मगर समाज के गरीब व विपन्न लोगों के प्रति उनका स्नेह रहता था और हर संभव वे वैसे लोगों की मदद भी करते थे। रविनंदन सहाय कहते थे कि कायस्थ समाज को उनकी जरूरत है,संगठित करने की जरूरत है। समाज को वही संभाल सकता है जो समाज से कुछ अपेक्षा रखे बिना सेवा करे। समाज के प्लेटफार्म का अपने हित में उपयोग करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज एकजुट रहेगा तभी राजनीति में उनको वाजिब हक, हिस्सेदारी मिल पाएगा। चित्रांश समाज के लोग एकजुट रहें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने अपने संबोधन का अंत अयोध्या में बने राम मंदिर से की और कहा कि में भी राम मंदिर आन्दोलन से जुड़ा रहा हूं । रविनंदन सहाय का भी सपना राम मंदिर निर्माण का था और पीएम नरेंद्र मोदी ने यह सपना साकार कर देश को बड़ा तोहफा दिया है, साथ ही रविनंदन सहाय की आत्मा को भी शांति मिलेगी।
कुम्हरार विधानसभा के विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने पुरानी यादों को ताजा कर कहा कि कायस्थ समाज को दिशा देने वाले थे अमर भैया। जब भी मैं उलझन में होता था तो उनके पास जाकर समाधान पाता था।
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) में श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार प्रदेश के अध्यक्ष विजय कुमार ने की । उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि रविनंदन सहाय व्यवहार कुशल व्यक्ति थे और हमेशा कायस्थों को जोड़ने का काम किया था। समाज के लोगों को जब भी कोई समस्या होती थी तो वे लोग समस्या लेकर उनके पास जाते थे और वहां उनकी समस्या का हाल स्वर्गीय सहाय निकाल देते थे । रविनंदन सहाय ने कायस्थ पाठशाला के जरिए न सिर्फ बिहार बल्कि राष्ट्रीय पैमाने पर भी कायस्थ समाज के लोगों को एकजुट करने और उनको मदद करने का काम किया। लेकिन बिहार के रहने के कारण बिहार वासियों और पटना वासियों के प्रति उनका विशेष स्नेह रहता था । आज अखिल भारतीय कायस्थ महासभा बिहार में मजबूती के साथ अपने समाज का प्रतिनिधित्व व कल्याण कर रही है ।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के वरीय उपाध्यक्ष मनहर कृष्णा अतुल ने कहा कि आज का यह दिन समर्पण दिवस इसलिए है क्योंकि रवि नंदन सहाय का समर्पण सदैव का समाज के लोगों के प्रति रहता था। समाज एकजुट रहे, समाज आगे कैसे बढ़े, यही रविनंदन सहाय सोचते रहते थे । आज उनकी पुण्यतिथि को हम समर्पण दिवस के रूप में मनाकर संगठन को एकजुट करने और रहने का संकल्प ले यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश महामंत्री राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि समाज के प्रति उनका समर्पण भाव जो था उसी के कारण आज हम चित्रांश बंधु उनकी पुण्यतिथि को समर्पण दिवस के रूप में मनाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में मनभेद के बावजूद एकजुटता जरूरी है और यह बात स्वर्गीय रविनंदन सहाय भलीभांति जानते थे और सदैव इसके लिए लगे रहते थे।
वहीं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि अमर भैया कभी अपने को बड़ा नहीं समझते थे यही उनका बड़प्पन था। पटना नगर निगम की पूर्व वार्ड पार्षद व चेयरमैन की प्रत्याशी रही माला सिन्हा ने कहा कि समाज के लिए रविनंदन सहाय ने जितना कुछ किया उससे समाज आगे बढ़ा जिसे महासभा के लोगों को और आगे ले जाना ही उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी। अमर कुमार सिन्हा ने उनके साथ बिताए दिनों की चर्चा की और कहा कि अमर भैया ने अपने को कभी जमींदार परिवार से होने का अहसास होने नहीं दिया।वे विधायक, विधानपार्षद बन सकते थे मगर उन्होंने समाज सेवा को चुना। वहीं आदित्य नारायण अम्बष्ठा ने रविनंदन सहाय के समाज कल्याण, उत्थान के कार्य को आगे बढ़ाने पर व एकजुटता पर जोर दिया। वही कमलनयन श्रीवास्तव ने कहा कि समाज को तोड़ने वाले लोग अगर कोई कार्यक्रम करते हैं तो समाज के लोगों को उसका बहिष्कार करना चाहिए और एकजुटता बनाने के लिए समाज को काम करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पटना जिला अध्यक्ष अजीत कुमार ने किया और उन्होंने कहा की कायस्थ समाज जबतक एकजुट नहीं होगा तबतक समाज को ताकत नहीं मिल सकती । जब भी राजनीतिक हिस्सेदारी की बात होगी, तो समाज की ताकत ही उन्हें हिस्सेदारी दिला पाएगी।
महासभा की महिला मंडल की प्रदेश अध्यक्ष सुषमा सिन्हा ने कहा कि महिलाओं को बराबर की भागीदारी दी जाती है । कायस्थ समाज की महिलाओं को भी समाज की गतिविधियों में आगे आना होगा, तभी संगठन मजबूती से आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने समाज की महिलाओं को आगे आने का आह्वान किया और कहा कि समाज की गतिविधियों में उनकी भागीदारी बढ़ाकर महिलाओं को आगे लाने का प्रयास करूंगी।
कार्यक्रम में महासभा के प्रचार प्रसार के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा, अमरेश प्रसाद, युवा अध्यक्ष अभिषेक आनंद, राजेश कंठ, विजय शंकर, एनपी कर्ण सहित अनेक चित्रांश शामिल थे।