राजधानी पटना में कारगिल चैक पर माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर जताया विरोध
विजय शंकर
पटना : बिहार विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन अध्यक्ष विजय सिन्हा द्वारा माले विधायकों के मार्शल आउट, संवैधानिक संस्थाओं के भाजपाकरण, राज्य में अपराध व लूट की बढ़ती घटनाओं और भाजपा-आरएसएस के समक्ष नीतीश कुमार के पूर्ण आत्मसमर्पण के खिलाफ आज भाकपा-माले ने राज्यव्यापी विरोध दिवस आयोजन किया.
राजधानी पटना में कारिगल चौक पर माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन व सभा के जरिए विरोध जताया. इसके अलावा औरंगाबाद; नालंदा के बिहारशरीफ, हिलसा व इसलामपुर; बक्सर के डुमरांव व ब्रह्मपुर; सहरसा, अरवल, रोहतास, छपरा, सुपौल, कैमूर के कुदरा, आरा, सिवान, दरभंगा, गोपालगंज, जहानाबाद, गया आदि जिलों में भी विरोध प्रदर्शन-किए गए.
पटना के कारिगल चौक पर आयोजित विरोध सभा को राज्य कमिटी सदस्य व ऐक्टू नेता रणविजय कुमार, राज्य कमिटी सदस्य व एआइपीएफ के संयोजक कमलेश शर्मा, आइसा नेता नीरज यादव, माले नेता अशोक कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता अशर्फी दास आदि ने संबोधित किया, जबकि संचालन राज्य कमिटी सदस्य व ऐक्टू नेता जितेन्द्र कुमार ने की.
वक्ताओं ने कहा कि राज्य में लगातार गिरती कानून-व्यवस्था, माॅब लिंचिंग, भाजपा-आरएसएस द्वारा सांप्रदायिक उन्माद भड़काने की साजिशों, दलितों-अतिपिछड़ों-पिछड़ों व महिलाओं पर बर्बर सामंती व पितृसत्तात्मक हमले, अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा प्रचार, राज्य में लूट की बढ़ती घटनाओं आदि विषयों पर माले विधायक विधानसभा के अंदर विगत 31 मार्च को बहस चाहते थे, लेकिन भाजपाई विधानसभा अध्यक्ष ने सभी माले विधायकों को जबरदस्ती सदन से बाहर करवाके एक बार फिर लोकतंत्र की हत्या की. आज पूरे राज्य में हत्या व लूट की घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है.

हिलसा नालंदा में कार्यक्रम
आज दिनांक 3 अप्रैल 2022 को क्रिमिनलाइजेशन करप्शन और कम्युनलिजम ब जीरो टौरलेन्स पर दावा करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आप को पूरी तरह फेल हो चुके हैं भाजपा और आर एस एस के सामने यह घुटना टेक चुके हैं माले विधायकों द्वारा जब इस सवाल को विधानसभा में उठाया गया तो उन्हें मार्शल आउट कर लोकतंत्र की हत्या की इसके खिलाफ राज्यव्यापी विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत आज हिलसा में भाकपा माले की ओर से प्रतिवाद मार्च निकाला गया प्रतिवाद मार्च भाकपा माले के प्रखंड कार्यालय हिलसा से निकलकर काली अस्थान वरुण ताल सिनेमा मोड़ होते हुए जोगीपुर मोड़ के पास पहुंचकर सभा की गई । इस प्रतिरोध मार्च में दर्जनों माले कार्यकर्ता झंडा और तख्ती लेकर सड़कों पर प्रतिरोध मार्च करते हुए लोकतंत्र की हत्या बंद करो, भाकपा माले के विधायकों को जनता के बुनियादी सवालों को उठाने पर विधानसभा से मार्शल आउट क्यों मुख्यमंत्री जवाब दो, लोकतंत्र की हत्या नहीं चलेगी बिहार में गिरते कानून व्यवस्था पर बिहार के मुख्यमंत्री जवाब दो मॉब लिंचिंग और नफरत फैलाने वाली राजनीति क्यों मुख्यमंत्री जवाब दो आदि नारे बड़े ही आक्रोश अपूर्ण लगा रहे थे। प्रतिरोध मार्च में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भाकपा माले के प्रखंड सचिव अरुण यादव ने कहा कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार आज अपने शाख पूरी तरह खो चुके हैं नीतीश कुमार के बारे में लोगों की यह मान्यता थी कि नीतीश कुमार जो कहते हैं वह करते हैं और नीतीश कुमार ने कहा था की सांप्रदायिकता अपराध और भ्रष्टाचार से हम कोई समझौता नहीं करेंगे परंतु बिहार के मुख्यमंत्री इन तीनों मामलों में पूरी तरह से फेल हो चुके हैं और पूरी तरह से भाजपा और आर एस एस के सामने आत्मसमर्पण हो चुके हैं जिसका नतीजा है कि बिहार में लगातार सांप्रदायिकता और नफरत फैलाने का षड्यंत्र खुलेआम जारी है अपराध का ग्राफ दिन प्रतिदिन लगातार बढ़ते जा रहे हैं सांप्रदायिक और सामंती शक्तियों का एवं अपराधियों का मनोबल सत्ता का सर पर चढ़कर बोल रहा है इसके खिलाफ जनता और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि जब विधानसभा में सरकार के द्वारा गिरती भी कानून व्यवस्था पर जनता के बुनियादी सवालों पर आवाज उठा रहे हैं तो सरकार पुलिस के बूटे तले कुचलने का काम कर रही है जिसका ताजा उदाहरण भाकपा माले के विधायकों ने जब अंतिम सत्र में जब इन सवालों को उठाया तो बिहार विधानसभा अध्यक्ष उनकी बातों को अनसुना करते हुए विधायकों को जबरन पुलिस ओं के द्वारा मार्शल आउट करवाया जो की सरेआम लोकतंत्र को शर्मसार करने का आपराधिक कार्रवाई है इसके खिलाफ भाकपा माले आगे भी इस आंदोलन को और तेज करेगा जनता से जुड़े सवाल महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार बढ़ते अपराध के खिलाफ भाकपा माले इस आंदोलन को और तेज करेगा और आगे भी लड़ाई जारी रखेगी इस मौके पर अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड सचिव दिनेश कुमार यादव भाकपा माले जिला कमेटी सदर जय प्रकाश पासवान किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनीलाल यादव खेत ग्रामीण मजदूर सभा के जिला समिति सदस्य शिव शंकर प्रसाद प्रखंड कमेटी सदस्य कम्मू राम अशोक पासवान इंदल बिंद इंकलाबी नौजवान सभा के प्रखंड सचिव ब्रह्मदेव बिंद जिला उपाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेश यादव प्रखंड कमेटी सदस्य रामप्रवेश साहनी संतोष पासवान किसान नेता कामेश्वर प्रसाद आदि लोगों ने इस मौके पर अपने अपने विचार व्यक्त किए।
पिछले बजट सत्र के दौरान भी विपक्ष के विधायकों की बर्बर पिटाई की गई थी, जिसने पूरी दुनिया में बिहार व लोकतंत्र को शर्मसार किया था. इस घटना को लेकर गठित कमिटी की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर आने के पहले एक अखबार में प्रकाशित हो गया, जिसमें विधायकों को ही दोषी ठहराया गया है. जाहिर सी बात है कि वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में भाजपा विपक्ष पर विभिन्न तरीकों से हमलावर होना चाहती है और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का गला घोंट रही है. माले विधायकों के पहले एमआईएम के विधायक को भी मार्शल आउट किया गया.
आज अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. खुद मुख्यमंत्री पर हमला हुआ. समस्तीपुर में जदयू नेता खलील रिजवी की माॅब लिंचिंग हुई, तो दानापुर में जदयू के ही नेता दीपक वर्मा की हत्या कर दी गई. मधेपुरा में रेप का विरोध कर रही एक दलित महिला को सरेआम निर्वस्त्र करके पीटा गया. नालंदा, चंपारण, गया, बेगूसराय आदि तमाम जगहों पर आम लोगों पर हमले हो रहे हैं.
बेगूसराय के सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़काऊ वक्तव्य दिया. भाजपा व आरएसएस आज पूरे राज्य में सांप्रदायिक माहौल खराब करने में लगे हुए हैं.
नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार क्रिमिनलाइजेशन, करप्शन और कम्युनलिज्म पर जीरो टाॅलरेंस का दावा करते नहीं अघाते , लेकिन आज पूरा बिहार पुलिस व सामंती-अपराधियों के आतंक और भाजपा व आरएसएस के सांप्रदायिक उन्माद से से कराह रहा है, तो उन्होंने चुपी साध रखी है और पूरी तरह से भाजपाइयों के सामने सरेंडर कर दिया है. इसे पूरा बिहार देख रहा है.
राज्य के इन ज्वलंत सवालों पर नीतीश सरकार को भागने नहीं दिया जाएगा. लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर कर तानाशाही थोपने की इन कार्रवाइयों के खिलाफ भाकपा-माले सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष करेगी.
आज के कार्यक्रम में उक्त वक्ताओं के अलावा माले नेता उमेश सिंह, पन्नालाल, मुर्तजा अली, संतोष पासवान, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष विकास यादव, आइसा नेता कुमार दिव्यम, इनौस नेता विनय कुमार, आइसा के चंदन यादव, अनिमेष चंदन, आदित्य रंजन, दीपिका प्रिया, साकेत सूर्या आदि उपस्थित थे.
बिहारशरीफ (नालन्दा)
भाकपा माले की ओर से राज्य स्तरीय कार्यक्रम के तहत विरोध दिवस मनाया गया
क्रिमिनलाइजेशन, करप्शन और कम्युनलिज्म की राह पर बिहार सरकार चल रही है। बिहार सरकार भाजपा-RSS के एजेंडे को पूरा करने की ओर तेजी से बढ़ रही है। बिहार में वामपंथ को मजबूत कर महागठबंधन को धारदार बनाकर सड़कों पर उतर कर ही इस सरकार के मंसूबों को चकनाचूर किया जा सकता है। उपरोक्त वक्तत्व भाकपा माले जिला सचिव सुरेंद्र राम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा।
आज भाकपा माले के आह्वान पर राज्यव्यापी विरोध दिवस मनाया गया। माले कार्यकर्ता पार्टी जिला कार्यालय कमरूद्दीनगंज, बिहारशरीफ से निकल कर भरावपर, रांची रोड होते हुए हास्पीटल मोड़ पर जनकार्रवाई की गई।
वहां विरोधसभा कर सरकार को चेतावनी दी गई। और जनकार्रवार्ई तेज करने का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम में जिला सचिव सुरेंद्र राम, बिहारशरीफ प्रभारी पाल बिहारी लाल,ऐक्टू उपाध्यक्ष मकसूदन शर्मा, माले जिला कमेटी सदस्य महेंद्र प्रसाद, माले नेता अनिल क्रांति ऐपवा के जिलाध्यक्ष गिरजा देवी, अनिता देवी,कौशिल्या देवी, सुषमा देवी, नीलम देवी, सुदामा देवी,माले नेता रामप्रीत केवट, रामाश्रय पासवान,पोखरन पासवान, गोपाल पाठक, जगदीश दास, मनोज दास, सुभाष शर्मा, अवधेश प्रसाद, मुन्ना कुमार, शिव शंकर कुमार आदि शामिल रहे।