विजय शंकर
पटना : राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज ट्वीट कर कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने दोनों हाथों से अन्नदाता किसानों की मदद की। किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त खाते में डाली गई। गेहूँ की रिकार्ड खरीद हुई, धान के समर्थन मूल्य 72 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई और खाद सब्सिडी 140 फीसद तक बढाई गई। रासायनिक उर्वरक (डीएपी) की खरीद पर किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को 500 रुपये प्रति बोरी से बढा कर 1200 रुपये प्रति बोरी करने का फैसला किया।
इससे किसानों को पहले की तरह 1200 रुपये की दर पर ही डीएपी मिलता रहेगा। इसके लिए सरकार को 14 हजार 775 करोड रुपये अतिरिक्त खर्च करने पडेंगे।
उन्होंने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय बाजार में रासायनिक उर्वरक के दाम में पिछले महीने 60 से 70 फीसद तक वृद्धि हुई। सब्सिडी बढने से अब किसनों को महँगा डीएपी 1900 रुपये की दर पर नहीं खरीदना पड़ेगा और कृषि की उत्पादन लागत नहीं बढेगी। केंद्र सरकार ने मई माह में किसान सम्मान निधि की 8वीं किस्त जारी कर 20 हजार 667 करोड रुपये 9 करोड़ किसानों के खाते मेें डाले। इससे बिहार के 77 लाख 58 हजार किसानों के खाते में कुल 1579 करोड़ 51 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए।
केंद्र सरकार ने बढे हुए समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूँ खरीदा। इसके एवज में 80 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में डाले गए। गेहूँ की कुल खरीद में 70 फीसद राशि केवल हरियाणा- पंजाब के किसानों के खाते में गई, इसलिए वहां किसानों ने आंदोलनजीवियों का साथ नहीं दिया।