दरभंगा ब्यूरो
दरभंगा : बेनीपट्टी में बाढ़ का पानी तीसरी बार दर्जनों गांवों में प्रवेश कर जनजीवन को पुनः एक बार अस्त-व्यस्त कर गया है। बेनीपट्टी अनुमंडल प्रक्षेत्र से गुजरने वाली अधवारा समूह की नदियों में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण धौंस,खिरोई,बछराजा, थुमहानि,कोकरा सहित दर्जनों नदियां उफान पर है। साथ ही प्रखंड के बेतौना से सोहरौल जाने वाली सड़क पर जगह-जगह पानी के तेज बहाव के कारण पैदल व वाहनों का आवागमन बाधित है ही साथ ही जगह-जगह सड़कों के टूट जाने से दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट चुका है। बेनीपट्टी के अति बाढ़ प्रभावित करहरा,सोहरौल, बिरदीपुर, समदा, माधोपर, रजघट्टा, गुलरिया टोल, बिशनपुर, ख़ासियाघट, हथियरबा, गंगुली, सिमरकोंन, बनकट्टा, दामोदरपुर के स्थानीय निवासियों के अनुसार इस बार बाढ़ के पानी ने तीसरी बार सड़कों व खेतों में भारी तबाही मचाते हुए एक तरफ जहां सड़कों को काफी नुकसान पहुंचाया है वहीं खेतों में लगे धान के फसलों को भी बरबाद कर दिया है।
बेनीपट्टी प्रखंड के करहरा पंचायत के सोहरौल गांव से त्रिमुहान जाने वाली सड़क को सोहरौल गांव में बाढ़ के पानी की तेज धारा ने दूसरी बार लगभग 200 फीट तोड़ दिया है। वहीं सोईली से गुलरिया टोल जाने वाली सड़क पर भी दो जगहों पर पानी का बहाव तीव्र गति से होने के कारण भारी दवाब बन रहा है और यह भी टूटने के कगार पर ही है। बेनीपट्टी पश्चिमी भूभाग के 3 दर्जन से अधिक गांवों को तीसरी बार बाढ़ के पानी ने चारों ओर से घेर रखा है, लोगबाग पानी की तीव्र गति देख कर सहमे हुए हैं वहीं प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ से बचाव को लेकर कहीं कोई हलचल अथवा तैयारी नहीं देखी जा रही,जबकि सुशासन की सरकार सरकारी खजाने पर सबसे पहला हक्क आपदा पीड़ितों का बताती चली आ रही है।