इस बार 5 लाख 51 हजार दीप जलाकर नया कीर्तिमान बनाने की तैयारी
ब्रजेश कुमार
अयोध्या । रामनगरी की इस बार दीपावली बहुत खास है । सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ,वैसे तो रामनगरी में चौथी बार दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है, परंतु राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद ये पहला दीपोत्सव है। इस बार भगवान राम के परिसर राम जन्मभूमि में भी दीपावली मनाई जाएगी, जिसमें लोग शामिल हो सकेंगे ।
रामनगरी की सीमा में घुसते ही तोरणद्वारों का क्रम शुरू हो जाता है। रामायण के प्रसंगों के मुताबिक इनकी सजावट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें से कुछ तो अलग-अलग फूलों से सजाए जाएंगे। दीपोत्सव के दौरान रामनगरी में रोशनी ही रोशनी हो इसके लिए हर खंभे, पुल, गली, मोहल्ले, चौराहों, घाट और मंदिरों की भव्य लाइटिंग की जा रही है। दीपोत्सव के दिन जहां-जहां कार्यक्रम होने हैं उनकी सजावट को नायाब बनाने की तैयारी जोरों पर हैं। इस बात का हरसंभव प्रयास होगा कि दीपोत्सव के दिन दोपहर तीन से रात के आठ बजे तक चलने वाले सभी कार्यक्रमों में एकरूपता दिखे।इस क्रम में मुख्य कार्यक्रम स्थलों के बैकग्राउंड एक जैसे होंगे।
कोविड-19 का पालन करते हुए रामनगरी में इस बार 5 लाख 51 हजार दीप जलाकर नया कीर्तिमान रचा जायेगा। इसके लिए डेढ़ लाख दीपक माटी कला बोर्ड देगा । पिछले साल गिनीज बुक में दर्ज अपना रिकॉर्ड खुद अयोध्यावासी तोड़ेंगे, इसके लिए अवध विवि के छात्र-छात्राओं को जिम्मेदारी दी गई है । दीपोत्सव को यादगार बनाने के लिए पूरी रामनगरी को सजाया जाएगा इस अयोजन को व्यापक बनाने के लिए पार्षदों का भी सहयोग लिया जाएगा।
महानगर के अलग-अलग वार्डों में दीपक जलाने और साज-सज्जा भी काराई जाएगी। इसे ड्रोन कैमरे से देखा जाएगा। जिस वार्ड की सजावट सबसे खूबसूरत होगी उसे वार्ड के पार्षद को शासन-प्रशासन द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत किया जाएगा।