उत्तराखण्ड ब्यूरो
गोपेश्वर (चमोली)। पंचकेदार में से एक चतुर्थ केदार रुद्रनाथ भगवान के कपाट गुरूवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ब्रहममूर्हत में साढे पांच बजे आम श्रद्धालुओं के दर्शनाथ के लिए खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के अवसर पर रुद्रनाथ मंदिर को गेंदों के फूलों से सजाया गया। ब्रहममूर्हत में मंदिर के मुख्य पुजारी ने विशेष पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोले।
इस मौके पर पूरा रुद्रनाथ धाम में भक्तों के जयकारों से गुंजायमान हुआ। चतुर्थ केदार रूद्रनाथ मंदिर में भगवान शिव के मुखारबिंद के दर्शन होते हैं, जो तीर्थ यात्रियों को भाव-विभोर कर देती है। कपाट खुलने के अवसर पर चार सौ भक्तों ने रुद्रनाथ भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। चतुर्थ केदार रुद्रनाथ का मंदिर चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में समुद्रतल से 2290 मीटर व सड़क मार्ग से 24 किमी की पैदल दूरी स्थित है। गोपेश्वर नगर होते हुए सगर, गंगोल गांव होते हुए तीर्थ यात्री हरे-भरे पेड़ पौधों व बुग्यालों का दीदार कर इस धाम में पहुंचते हैं। यहां देश विदेश से आए श्रद्धालु इस प्राकृति सौंदर्य का आंनद लेते हुए भोले के जयकारों के साथ अपनी यात्रा को सफल बनाते हैं।
यात्रियों का पंजीकरण किया
रुद्रनाथ जाने वाले यात्रियों का केदारनाथ वन प्रभाग सगर गांव के पास मुख्य मार्ग पर तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण कर रही है। साथ ही प्लास्टिक, कचरा सहित कूड़ा जगह-जगह न फैलाने के लिए तीर्थ यात्रियों को निर्देशित भी कर रही है। केदारनाथ वन प्रभाग के अधिकारी डीएस खाती ने बताया कि रुद्रनाथ कपाट खुलने के पहले दिन बाहरी राज्य से से 51 श्रद्धालु पहुंचे हैं । जिनसे पंजीकरण शुल्क के रुप में 5325 रुपये की धनराशि विभाग को प्राप्त हुई है। बताया कि जनपद चमोली से आने वाले तीर्थ यात्रियों से किसी भी प्रकार से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है।